पाकिस्तान: विपक्ष ने नई राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का जमकर किया विरोध, सरकार पर मनमाने फैसले लेने का लगाया आरोप
पाकिस्तान में बुधवार को विपक्षी दलों ने सरकार द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा नीति पर फैसले लेने में ससंद को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान में बुधवार को विपक्षी दलों ने सरकार द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा नीति पर फैसले लेने में ससंद को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है. सांसदो ने इस घटना पर विरोध जताते हुए उच्च सदन से वॉक आउट किया है. पाकिस्तान के मंत्रिमंडल ने मंगलवार को देश की पहली राष्ट्रीय सुरक्षा नीति (NSP) पर मुहर लगायी है. जिसमें इस बात पर बल दिया गया है कि आर्थिक प्रगति राष्ट्रीय सुरक्षा के केंद्र में है.
पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद युसूफ ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा था कि पाकिस्तान की नई सुरक्षा नीति पाकिस्तान के लिए वाकई एक ऐतिहासिक उपलब्धि है. यह नीति नागरिक केंद्रित (Citizen Centric) समग्र राष्ट्रीय सुरक्षा नीति पर तत्परता से बढ़ा जाएगा, जिसके मूल में आर्थिक सुरक्षा है. यह समग्र दस्तावेज आगे चलकर हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों को पूरा करने में क्षेत्रगत नीतियों के मार्गदर्शन में मदद करेगा.
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सत्तारूढ़ दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पर निशाना साधते हुए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सांसद शेरी रहमान ने कहा कि सरकार ने सुरक्षा नीति के मसौदे को सदन में पेश नहीं किया और यह एक कागज के टुकड़े से अधिक कुछ भी नहीं है.
रहमान ने तर्क दिया कि सुरक्षा नीति में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के अनुरूप स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान को पूर्ण स्वायत्तता प्रदान की गई है. वहीं, जब सत्तारूढ़ दल के सांसद मोहसिन अजीज द्वारा रहमान के संबोधन के दौरान रुकावट डाली गई तो रहमान और उनकी पार्टी के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया.