पाकिस्तान ने मोहम्मद खुरासानी के मरने का किया दावा, भड़के तालिबान!
टीटीपी के पूर्व प्रमुख मुल्ला फ़ज़लुल्लाह के साथ घनिष्ठ संबंध स्थापित किया।
पाकिस्तानी सेना को खून के आंसू रुलाने वाले वाले तहरीक-ए-तालिबान के मोस्ट वांटेड आतंकी खालिद बटली उर्फ मोहम्मद खुरासानी को अफगानिस्तान के नांगरहार में मृत पाया गया है। पाकिस्तान का दावा है कि खुरासानी टीटीपी का कमांडर और प्रवक्ता था। इस बीच टीटीपी और तालिबान सरकार दोनों ने ही खुरासानी के मौत का खंडन किया है। विश्लेषकों का कहना है कि पाकिस्तानी सेना का दावा अगर सही है तो वह अफगानिस्तान की संप्रभुता को तार-तार करते हुए तालिबान राज में खुलेआम हिंसा को अंजाम दे रही है। पाकिस्तान ने तालिबान को भी अपने भरोसे में नहीं लिया है।
पाकिस्तान के दावे पर टीटीपी ने एक बयान जारी करके कहा है कि उसके आधिकारिक प्रवक्ता मोहम्मद खुरासानी जिंदा हैं और ठीक हैं। हम मुफ्ती खालिद बटली के मौत की जांच कर रहे हैं जिनकी इस आंदोलन में कोई भूमिका नहीं है। इस तालिबान सूत्रों का दावा है कि मोहम्मद खुरासानी के नाम से कई लोग सक्रिय हैं। यहां तक कि उसका एक ट्विटर अकाउंट भी है। पाकिस्तान के मोहम्मद खुरासानी के मारे जाने के दावे से बड़ा सवाल यह उठने लगा है कि क्या पाकिसतानी सेना खुफिया एजेंसी आईएसआई के जरिए अफगानिस्तान में सक्रिय है?
पाकिस्तानी सेना ने हत्या पर चुप्पी साध रखी
अशरफ गनी और नाटो के सलाहकार रह चुके अफगान विश्लेषक मोहम्मद शफीक हमदाम कहते हैं कि यह हत्या इस बात को दर्शाती है कि पाकिस्तान अफगानिस्तान की संप्रभुता का अब सम्मान नहीं कर रहा है। पाकिस्तानी अब तालिबान के साथ समन्वय या उनकी अनुमति के बिना ही अफगानिस्तान के अंदर सक्रिय हैं। खालिद बटली कैसे मारा गया, इसको लेकर पाकिस्तानी सेना ने भी चुप्पी साध रखी है। टीटीपी को तालिबान समर्थन देता रहा है और अगर यह सच साबित हुआ तो तालिबान भड़क सकता है।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने बताया कि लगभग 50 साल का मोहम्मद खुरासानी टीटीपी का प्रवक्ता भी था। वह पाकिस्तान के लोगों और सुरक्षाबलों पर हुए कई हमलों में भी शामिल था। अधिकारियों ने दावा किया कि तालिबान के अफगानिस्तान में सत्ता पर कब्जा करने के बाद वह अक्सर काबुल का दौरा कर रहा था। पाकिस्तान का दावा है कि वह टीटीपी सरगना मुफ्ती नूर वली महसूद के साथ अपने संगठन के अलग-अलग गुटों को एकजुट कर रहा था।
गिलगित-बाल्टिस्तान का रहने वाला था खुरासानी
पाकिस्तान ने दावा किया है कि वह आतंकवादी हमलों की योजना भी बना रहा था। उसने हाल में ही पाकिस्तान के अंदर आतंकवादी हमला करने की धमकी भी दी थी। गिलगित-बाल्टिस्तान का रहने वाला खालिद बटती ऊर्फ मोहम्मद खुरासानी पिछले कई सालों से टीटीपी का ऑपरेशनल कमांडर था। 2007 में वह स्वात में प्रतिबंधित तहरीक निफ़ाज़ शरीयत-ए-मुहम्मदी में शामिल हो गया और टीटीपी के पूर्व प्रमुख मुल्ला फ़ज़लुल्लाह के साथ घनिष्ठ संबंध स्थापित किया।