पाकिस्तानी वायु सेना अपने बेड़े में जेएफ-17 लड़ाकू विमान करेगी शामिल
इस माह के अंत तक पाकिस्तान की वायु सेना अपनी क्षमता को और मजबूत बनाएगी।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इस माह के अंत तक पाकिस्तान (Pakistan) की वायु सेना (air defence) अपनी क्षमता को और मजबूत बनाएगी। दरअसल चीन के साथ मिलकर विकसित किए गए फाइटर प्लेन JF-17 को पाकिस्तान के हवाई सुरक्षा सेना का हिस्सा बनाया लिया जाएगा। पाकिस्तानी वायु सेना (Pakistan Air Force, PAF) के प्रवक्ता ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया को बताया कि यह अपने बेड़े में अगले जेनरेशन के JF-17 थंडर ब्लाक III jets को शामिल करने वाला है। ये प्लेन 23 मार्च को सैन्य परेड का हिस्सा बनेंगे। यह जानकारी एक शीर्ष रक्षा अधिकारी ने दी। उन्होंने बताया कि ये विमान इस श्रृंखला के नवीनतम संस्करण के हैं और इनके उड़ान परीक्षण पूरे कर लिए गए हैं।
मार्च के अंत तक पाकिस्तानी वायु सेना का बनेगा हिस्सा
मार्च के अंत तक इस प्लेन की पहली खेप PAF फ्लीट में शामिल हो जाएगा। पिछल साल दिसंबर में JF-Thunder block III का रोलआउट सेरेमनी हुआ था। पाकिस्तान और चीन ने 1999 में एक समझौता करते हुए जेएफ-17 विमान की परियोजना शुरू की थी। यूके डिफेंस जर्नल के अनुसार, जेएफ- 17 थंडर पाकिस्तान एयरोनाटिकल काम्पलेक्स और चीन के चेंगदू एयरक्राफ्ट कारपोरेशन द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एकल इंजन वाला कई भूमिकाओं के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला लड़ाकू विमान है।
इन फाइटर प्लेन की आखिरी असेंबली पाकिस्तान में
बिल्डरों का कहना है कि जेएफ-17 को इंटरसेप्शन, ग्राउंड अटैक, एंटी-शिप और हवाई टोही सहित कई भूमिकाओं के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जेएफ-17 एयरफ्रेम के आधे से अधिक का उत्पादन पाकिस्तान में होता है। इसमें इसका फ्रंट फ्यूजलेज, विंग्स और वर्टिकल स्टेबलाइजर शामिल हैं। इसके अलावा चीन में 42 फीसदी का उत्पादन होता है। लड़ाकू विमान की आखिरी असेंबली पाकिस्तान में होती है।