'टूट रहा है हमारा सब्र'...रूस ने यूक्रेन को लेकर फिर दोहरायी अपनी मांग
रूस ने यूक्रेन को लेकर फिर दोहरायी अपनी मांग
रूस (Russia) ने शुक्रवार को अपनी यह मांग दोहरायी कि नाटो (NATO) पूर्व की ओर विस्तार नहीं करेगा. हालांकि यूक्रेन (Ukraine) के पास रूसी सेना (Russian Army) के जमावड़े के बीच सैन्य गठबंधन द्वारा इसे अस्वीकार कर दिया गया है. रूस ने कहा कि वह पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया के लिए अनिश्चित काल तक इंतजार नहीं करेगा. रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा है और अमेरिका ने कहा है कि वह यूक्रेन की मदद करेगा. वहीं, अमेरिका के नेतृत्व वाले NATO ने भी कहा है कि वह यूक्रेन की मदद के लिए तैयार है. रूस ने फिलहाल यूक्रेन की सीमा पर एक लाख सैनिक तैनात किए हुए हैं.
तनाव के बीच, यूक्रेन ने शुक्रवार को बड़े पैमाने पर साइबर हमले का सामना किया, जिसके कारण कई सरकारी एजेंसियों की वेबसाइट प्रभावित हुईं. जिनेवा में इस सप्ताह की वार्ता और ब्रसेल्स में संबंधित नाटो-रूस की बैठक यूक्रेन के पास रूसी सेना के जमावड़े के बीच आयोजित हुई थी. इस जमावड़े पर पश्चिमी देशों को आशंका है कि यह एक आक्रमण की शुरुआत हो सकती है. हालांकि रूस ने अपने पड़ोसी पर हमला करने की योजना से इनकार किया है. उसने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी है कि यूक्रेन और अन्य पूर्व सोवियत देशों में नाटो का विस्तार एक 'लाल रेखा' है जिसे पार नहीं किया जाना चाहिए.
रूस ने क्या कहा है?
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Sergey Lavrov) ने शुक्रवार को मॉस्को (Moscow) की मांग का उल्लेख करते हुए कहा कि नाटो यूक्रेन और अन्य पूर्व-सोवियत देशों में न तो विस्तार करेगा और न ही बलों को तैनात करेगा, क्योंकि यह यूक्रेन को लेकर बढ़ते तनाव को कम करने के लिए राजनयिक प्रयासों की प्रगति के लिए आवश्यक है. उन्होंने तर्क दिया कि रूस की सीमाओं के पास नाटो बलों और हथियारों की तैनाती एक सुरक्षा चुनौती है जिसका तुरंत समाधान किया जाना चाहिए.
लावरोव ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'हमारा धैर्य खत्म हो गया है. पश्चिमी देश अभिमान से प्रेरित हैं और अपने दायित्वों और सामान्य ज्ञान के खिलाफ तनाव बढ़ा दिया है.' लावरोव ने कहा कि रूस को उम्मीद है कि वाशिंगटन और नाटो अगले सप्ताह उसकी मांगों का लिखित जवाब देंगे.
रूस और पश्चिमी मुल्कों के बीच बातचीत जारी
वहीं, अमेरिका और इसके सहयोगियों ने रूस की मांगों को खारिज कर दिया है. हालांकि, रूस और पश्चिमी मुल्कों ने हथियारों के नियंत्रण और एक-दूसरे पर भरोसा जताने के लिए बातचीत करना जारी रखा है, ताकि किसी भी तरह का तनाव पैदा न हो. भले ही पश्चिमी मुल्कों और रूस के बीच बातचीत जारी है, लेकिन रूसी सेना लगातार यूक्रेन की सीमा के पास अपनी मौजूदगी को बढ़ाए हुए है. यूक्रेन के पूर्वी सीमा पर एक लाख रूसी सैनिकों के साथ टैंक और आधुनिक हथियार तैनात हैं.