इमरान सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियां हो गई एकजुट, 27 फरवरी और 23 मार्च को लांग मार्च का किया एलान

पाकिस्तान की इमरान खान सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियां एकजुट हो गई हैं और महीने के अंत में तथा 23 मार्च को सड़कों पर उतरने का एलान किया है।

Update: 2022-02-06 15:36 GMT

इस्लामाबाद। पाकिस्तान की इमरान खान सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियां एकजुट हो गई हैं और महीने के अंत में तथा 23 मार्च को सड़कों पर उतरने का एलान किया है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) ने शनिवार को एलान किया कि वह पीटीआइ सरकार के खिलाफ 27 फरवरी को कराची से इस्लामाबाद तक लांग मार्च निकालेंगी। पीडीएम ने बढ़ती महंगाई के खिलाफ 23 मार्च (पाकिस्तान दिवस) को लांग मार्च निकालने का फैसला किया है।

सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए भरी हुंकार
इन दलों ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए सभी कानूनी, संवैधानिक व राजनीतिक उपायों को अपनाने पर सहमति जताई है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पीएमएल-एन के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ ने संवाददाताओं से कहा, 'अगर हम देश को विनाश से बचाना चाहते हैं तो इस सरकार को उखाड़ फेंकना होगा।' प्रेस वार्ता के दौरान पीपीपी चेयरमैन बिलावल भुट्टो-जरदारी, पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज व दूसरे दलों के नेता भी मौजूद रहे।
जनता के बीच जाएंगे जाएंगे बिलावल
इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति व पीपीपी के को-चेयरमैन आसिफ अली जरदारी व पीपीपी अध्यक्ष बिलावल ने पीएमएल-एन अध्यक्ष के आवास पर आयोजित एक बैठक में भाग लिया। पीपीपी प्रमुख बिलावल ने कहा कि 27 फरवरी के लांग मार्च से पहले वह जनता के बीच जाएंगे और लोगों को बताएंगे कि प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार को उखाड़ फेंकना जरूरी हो गया है, क्योंकि उन्होंने विश्वास खो दिया है। इस 'कठपुतली' सरकार के शासन में आर्थिक, राजनीतिक व मानवाधिकार पर हमले हो रहे हैं।
काफी 'महंगा' है इस्लामाबाद हवाईअड्डे तक पहुंचना
पाकिस्तान के इस्लामाबाद स्थित हवाईअड्डा शहर से 25 किलोमीटर दूर है, लेकिन लोगों की परेशानी यह नहीं है। परेशानी है कि हवाईअड्डे तक आने-जाने के लिए परिवहन सुविधाओं का घोर अभाव है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी से हवाईअड्डे तक जाने के लिए लोग जब कैब या मिनी वैन करते हैं तो उसका किराया दो से ढाई हजार रुपये लगता है। रात के समय या भोर में किराया पांच से आठ हजार रुपये हो जाता है। हवाईअड्डे का निर्माण चार साल पहले हो गया था, लेकिन उससे जुड़ी मेट्रो रेल परियोजना अब भी ठंडे बस्ते में है।
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