एक और बंदिश! तालिबान ने छात्राओं के मेक-अप और छोटे कपड़ों पर लगाया प्रतिबंध
तालिबान ने छात्राओं के छोटे कपड़ों पर लगाया प्रतिबंध
काबुल, एएनआइ। अफगान महिलाओं पर एक और बंदिश थोपते हुए तालिबान ने हेरात विश्वविद्यालय की छात्राओं को मेक-अप नहीं करने और छोटे कपड़े नहीं पहनने के लिए कहा है। इसके अलावा तालिबान ने 'गैर-महरम' पुरुष प्रोफेसरों की आवाज रिकार्ड करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। जो पुरुष रिश्ते में नहीं होते हैं वे गैर-महरम हैं।
17 देशों ने तालिबान से शिक्षा पर बंदिश खत्म करने को कहा था
पिछले वर्ष अगस्त में अफगानिस्तान पर कब्जा करने वाले तालिबान ने महिलाओं के अधिकार और उनकी आजादी में कटौती कर दी है। आर्थिक संकट और प्रतिबंधों के कारण महिलाएं कार्यस्थल से बड़े पैमाने पर बाहर हो चुकी हैं। इससे पहले अफगानिस्तान में आयोजित विदेश मंत्रियों की बैठक में विश्व के कम से कम 17 देशों की महिला विदेश मंत्रियों ने अफगानिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन और महिलाओं के खिलाफ प्रतिबंध पर गंभीर चिंता जताई थी। विदेश मंत्रियों ने तालिबान से सभी प्रतिबंध खास तौर से शिक्षा पर बंदिश खत्म करने को कहा था।
सभी विश्वविद्यालय खोल दिए गए
अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे के बाद से फरवरी महीने में पहली बार देश भर में सभी विश्वविद्यालय खोल दिए गए थे। इन सभी विश्वविद्यालयों के परिसरों में छात्र और छात्राओं ने पढ़ाई शुरू कर दी है। हालांकि छात्र और छात्रों की कक्षाएं अलग-अलग लगी हैं। पूर्वी जलालाबाद स्थित नानगढ़ विश्वविद्यालय में एक अलग दरवाजे से छात्राओं को प्रवेश दिया गया। यह अफगानिस्तान के बड़े सरकारी विश्वविद्यालयों में से एक है।
कई प्रांतों में लड़कियां नहीं जा पा रहीं हैं स्कूल
हालांकि अब भी हाईस्कूल की लड़कियों को बहुत से प्रांतों में स्कूल का मुंह देखने को नहीं मिला है। कई निजी विश्वविद्यालय भी देश में खुल चुके हैं, लेकिन वहां तक छात्राओं का पहुंच पाना अब तक संभव नहीं हुआ है।