नई दिल्ली: एक शख्स करंट लगने के बाद बुरी तरह जल गया. जलने की वजह से उसे ड्राइविंग टेस्ट से मना कर दिया गया. क्योंकि उसके चेहरे के निशान, पहचान पत्र (ID) से मेल नहीं खा रहे थे. कुछ लोगों ने ऐसा करने वाले व्यक्ति का विरोध भी किया, लेकिन वह टस से मस नहीं हुआ. अपने साथ हुए इस व्यवहार को देख शख्स बिलखकर रो पड़ा.
पीड़ित डारेन हैरिस मिडिलसबर्ग (नॉर्थ यॉर्कशायर) के रहने वाले हैं. उन्होंने दावा किया कि उनको ड्राइविंग के थ्योरी टेस्ट में नहीं बैठने दिया गया. दरअसल, चेहरा जल जाने के कारण उनकी फोटो मैच नहीं हो रही थी. जिस कारण उन्हें ड्राइविंग टेस्ट से रोका गया.
नवम्बर 2021 में हुए हादसे में डारेन को 11 हजार वोल्ट का बिजली का झटका लगा था. एक पल के लिए तो लगा कि वह कुछ समय के लिए मर गए. हादसे में उन्हें नाक और कान गंवाना पड़े, शरीर 47 प्रतिशत जल गया. गनीमत रही कि डारेन बच गए. हादसे के बाद वो 27 दिन तक कोमा में रहे और उनकी 23 सर्जरी हुईं. बांहें पूरी तरह से जल गई थीं. कई अंग फेल हो गए थे, ब्रेन सर्जरी भी हुई.
मौत को इतने करीब से देखने के बाद डारेन ने सदमे का सामना किया, वहीं अपना नया रूप-रंग स्वीकारने में भी उन्हें काफी मुश्किल हुई. डारेन को इस दौरान कई बार सुसाइड करने का ख्याल भी आया. ऐसे में जब उनको ड्राइविंग के थ्योरी टेस्ट के लिए मना कर दिया गया तो वह बुरी तरह से टूट गए.
डारेन जब ड्राइविंग सेंटर पहुंचे तो वहां के मैनेजर ने उन्हें टोपी हटाने के लिए कहा और उनसे पहचान को लेकर बहस की, जिसके बाद डारेन को भारी धक्का लगा. उन्हें लगा कि उनके साथ भेदभाव हुआ. डारेन ने बताया कि वह जब सोते हैं तब भी अपनी टोपी पहनते हैं, पूरे दिन उसे पहनकर रखते हैं. इससे पहले भी वो दो बार टोपी के साथ टेस्ट दे चुके हैं. डारेन के मुताबिक, उन्हें इससे पहले कभी इतनी दिक्कत नहीं हुई.
डारेन ने बताया कि उनके साथ जब ये सब हो रहा था तो कई लोग मदद के लिए आगे आए, उन्होंने मदद की कोशिश की. लेकिन वो (मैनेजर) कुछ भी सुनने को तैयार नहीं था.