नए चांसलर बने ओलाफ शोल्ज, 16 साल बाद जर्मन चांसलर मर्केल की सत्ता से विदाई, क्या है प्रमुख चुनौतियां?
जर्मनी की संसद ने द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद देश के नौवें चांसलर के तौर पर ओलाफ शोल्ज को निर्वाचित किया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जर्मनी की संसद ने द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद देश के नौवें चांसलर के तौर पर ओलाफ शोल्ज (Olaf Scholz) को निर्वाचित किया है. इसके साथ ही एंजेला मर्केल (Angela Merkel) के 16 साल के कार्यकाल के बाद यूरोपीय संघ के सबसे घनी आबादी वाले देश में एक नए युग की शुरुआत हो गई है. शोल्ज सरकार जर्मनी के आधुनिकीकरण और जलवायु परिवर्तन से लड़ने की भारी उम्मीदों के बीच कार्यभार संभालने जा रही है लेकिन अभी उसके सामने देश में कोरोना वायरस महामारी से निपटने की चुनौती है.
शोल्ज को बुधवार को 395 सांसदों का समर्थन मिला. उनके तीन दलों वाले गठबंधन के पास 736 सीट वाले संसद के निचले सदन में 416 सीटें हैं. जर्मनी के राष्ट्रपति चांसलर के तौर पर शोल्ज के नाम की औपचारिक घोषणा करेंगे और संसद के अध्यक्ष ने उन्हें शपथ दिलावाई (Germany New Government). अब संसद की सदस्य ना रही मर्केल ने संसद के मतदान करने के दौरान दर्शक दीर्घा से पूरी प्रक्रिया देखी. संसद सत्र शुरू होने पर सांसदों ने खड़े होकर उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया.
जर्मनी के वाइस चांसलर रहे हैं शोल्ज
साल 2018 से जर्मनी के वाइस चांसलर और वित्त मंत्री रहे शोल्ज (63) सोशल डेमोक्रेट्स, पर्यावरण समर्थक ग्रीन्स और व्यापार समर्थक फ्री डेमोक्रेट्स गठबंधन में अनुभव और अनुशासन लेकर आए. तीनों दल अपने गठबंधन को प्रगतिशील गठबंधन के तौर पर दिखा रहे हैं जो मर्केल के लगभग रिकॉर्ड वक्त तक उच्च पद पर बने रहने के बाद देश में नई ऊर्जा लेकर आएगा. शोल्ज ने मंगलवार को कहा था, 'हम एक नए प्रस्थान का जोखिम उठा रहे हैं जो इस दशक की और उससे भी आगे की प्रमुख चुनौतियों का सामना करता है.'
नवीनीकरण ऊर्जा का उपयोग बढ़ाएंगे
नई सरकार का उद्देश्य नवीनीकरण ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाकर और 2038 तक जर्मनी में कोयले के इस्तेमाल को खत्म करके जलवायु परिवर्तन के खिलाफ प्रयासों को तेज करना है. वह अपने खराब सेलफोन और इंटरनेट नेटवर्क में सुधार लाने समेत देश को और अधिक आधुनिक भी बनाना चाहती है (Angela Merkel Era). उसकी मनोरंजक उद्देश्यों के लिए भांग की बिक्री को वैध करने और जर्मनी की नागरिकता हासिल करने की राह आसान करने समेत और अधिक उदार सामाजिक नीतियां लाने की भी योजना है.
ईयू के लिए खड़ी रहेगी सरकार
साथ ही उसने उन शरणार्थियों को उनके देश भेजने के लिए अधिक प्रयास करने का भी संकल्प जताया, जिन्हें शरण नहीं दी गई है. गठबंधन के सहयोगी दल देश में राष्ट्रीय चुनाव में मतदान करने की योग्य आयु को 18 से 16 भी करना चाहते हैं. शोल्ज ने विदेश नीति बरकरार रखते का संकेत देते हुए कहा कि सरकार मजबूत यूरोपीय संघ के लिए खड़ी रहेगी और ट्रांस-अटलांटिक गठबंधन को सुदृढ़ करेगी. ग्रीन्स पार्टी के सह-नेता रॉबर्ट हाबेक वाइस चांसलर होंगे. सरकार में तीसरे नंबर वित्त मंत्री का पद क्रिश्चियन लिंडनर को दिया जाएगा जो फ्री डेमोक्रेट्स नेता हैं.