सीरिया में देर रात दागी गई तेल रिफाइनरी, हमले के बाद लगी आग, एक की मौत
ईरान, सीरिया, इराक और तुर्की का एक बड़ा हिस्सा शामिल है.
उत्तरी सीरिया (Northern Syria) में स्थित एक तेल रिफाइनरी (Oil refinery) पर शुक्रवार देर रात मिसाइल (Missile) दागी गई. इससे रिफाइनरी में आग गई और एक व्यक्ति की मौत हो गई. तुर्की के राज्य-स्वामित्व वाली अनादोलू समाचार एजेंसी ने बताया कि अल-बाब और जारब्लस के कस्बों के पास मिसाइल हमले ने तेल रिफाइनरियों को हिला कर रखा दिया. इस हमले के बाद रिफाइनरी में आग लग गई. ये तेल रिफाइनरी तुर्की (Turkey) से लगने वाली सीमा के करीब स्थित है.
उत्तरपश्चिम सीरिया के इलाके पर नियंत्रण रखने वाले तुर्की सेना (Turkey Military) के एक विंग के सूत्र ने बताया कि मिसाइल हमले (Missile Attack) के बाद एक जबरदस्त धमाका हुआ. इसमें 11 लोग घायल हो गए. अनादोलू ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि हमला बैलिस्टिक मिसाइल से किया गया था और यह स्पष्ट नहीं था कि हमलों को किसने अंजाम दिया. बता दें कि सीरिया में रूस (Russia) सारियाई राष्ट्रपति बशर अल असद (Bashar Al-Assad) की सरकार का मुख्य समर्थक है. वहीं तुर्की मुट्ठी भर विपक्षी गुट को अपना समर्थन देता है.
सीरिया के सीमावर्ती इलाकों पर हमला करता रहा है तुर्की
तुर्की ने 2016 के बाद से उत्तरपश्चिम सीरिया (Syria) में तीन बड़े हमलों को अंजाम दिया है. इन हमलों का मकसद कुर्दिश लड़ाकों (Kurdish Fighters) और 'इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया' (ISIS) के हथियारबंद आतंकियों को सीमावर्ती इलाकों से खदेड़ना है. 2019 में तुर्की ने कुर्दिश लड़ाकों को सीरिया के सीमा वाले इलाके से खदेड़ने के लिए अपने सैनिकों को भेजा. इसका इरादा सीमावर्ती इलाके में एक सुरक्षित जोन की स्थापना करना है, जहां ये सीरियाई शरणार्थियों को बसा सके.
अमेरिका-रूस के साथ हुए समझौतों के बाद तुर्की ने बंद किए हमले
दूसरी ओर, तुर्की ने अमेरिका (America) और रूस के साथ अलग-अलग समझौते किए. इसके बाद से सीरिया के उत्तरपश्चिम इलाके पर होने वाली अपनी कार्रवाई पर रोक लगा दी है. अमेरिका-रूस ने तुर्की से वादा किया है कि वे कुर्दिश लड़ाकों को इस इलाके से खदेड़ देंगे. बता दें कि कुर्दिश लड़ाके एक स्वतंत्र कुर्दिस्तान की स्थापना करने की इच्छा रखते हैं. लेकिन इससे खाड़ी के चार देशों के ऊपर संकट आ खड़ा हुआ है. दरअसल, जिन इलाकों के जरिए कुर्दिस्तान बनाने की कोशिश की जा रही है. उसमें, ईरान, सीरिया, इराक और तुर्की का एक बड़ा हिस्सा शामिल है.