ट्यूनीशिया तट के पास तेल से भरा जहाज डूबा, पर्यावरणीय आपदा को लेकर जताई जा रही चिंता
दक्षिण पूर्व ट्यूनीशिया के गेबस की खाड़ी में शुक्रवार को इंजन में पानी रिसने के कारण तेल से भरा जहाज डूब गया।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दक्षिण पूर्व ट्यूनीशिया के गेबस की खाड़ी में शुक्रवार को इंजन में पानी रिसने के कारण तेल से भरा जहाज डूब गया। इसमें 750 टन से भी अधिक डीजल लदा था। मैरीटाइम गार्ड और सिविल प्रोटेक्शन की टीमों ने चालक दल के सभी सात सदस्यों को बचा लिया।
आपदा को रोकने के प्रयास शुरू
पर्यावरणीय आपदा को टालने के लिए शनिवार को ट्यूनीशिया के पर्यावरण विभाग के अधिकारियों ने कोशिशें शुरू कर दी हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि इससे ईंधन लीक कर रहा है या नहीं। पर्यावरण मंत्रालय ने राष्ट्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना को सक्रिय करने की घोषणा की। इसके तहत विशेषज्ञ, मरीन गार्ड और नागरिक सुरक्षा एजेंटों को खतरे के क्षेत्र में तैनात किया जाता है। किसी भी रिसाव को रोकने के लिए चारों ओर बफर लगाए जाते हैं।
डायवर्ट किया गया था जहाज का मार्ग
जहाज पर इक्वेटोरियल गिनी का झंडा लगा था जो मिस्र के दमिएटा बंदरगाह से माल्टा की ओर जा रहा था। खराब मौसम को देखते हुए इसके मार्ग को डायवर्ट कर दिया गया। घटना का कारण भी खराब मौसम ही बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक हादसे बाद अब पर्यावरणीय आपदा से बचने के प्रयासों में तेजी लाई जा रही है। पर्यावरण मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि पानी जहाज में दो मीटर की ऊंचाई तक रिस कर पहुंच गया था।
जहाज के घेराबंदी की तैयारी
मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि अधिकारी पर्यावरणीय आपदा से बचने और किसी भी तरह के प्रभाव को कम करने के लिए काम कर रहे हैं। मंत्रालय ने बताया कि रिसाव को रोकने और जहाज की घेराबंदी करने के लिए बैरियर लगाए जाएंगे। गौरतलब है कि गेबस की खाड़ी वर्षों से बड़े प्रदूषण का सामना कर रही है। पर्यावरण संगठनों का कहना है कि क्षेत्र में औद्योगिक संयंत्र सीधे समुद्र में कचरा डंप कर रहे हैं।