यूक्रेन में लागू नहीं हुआ 'नो-फ्लाई जोन', NATO से गुस्सा हुए जेलेंस्की बोले- हर कोई स्वतंत्रता की लड़ाई को नंबर एक लक्ष्य नहीं मानता
उत्तर अटलांटिक संधि संगठन के महासचिव जेन्स स्टॉल्टेनबर्ग का कहना है कि सैन्य संगठन यूक्रेन में 'नो फ्लाई जोन' को लागू नहीं कराएगा, क्योंकि इस तरह के कदम से यूरोप की परमाणु हथियारों से लैस रूस के साथ व्यापक जंग भड़क जाएगी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के महासचिव जेन्स स्टॉल्टेनबर्ग का कहना है कि सैन्य संगठन यूक्रेन में 'नो फ्लाई जोन' (No-Fly Zone) को लागू नहीं कराएगा, क्योंकि इस तरह के कदम से यूरोप की परमाणु हथियारों से लैस रूस के साथ व्यापक जंग भड़क जाएगी. उनके इस फैसले की यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की (volodymyr Zelenskyy) ने जमकर निंदा की है. उन्होंने कहा कि 'आज एक नाटो शिखर सम्मेलन हुआ. यह एक कमजोर शिखर सम्मेलन था, एक भ्रमित शिखर सम्मेलन, एक ऐसा शिखर सम्मेलन जो दिखाता है कि हर कोई यूरोप में स्वतंत्रता की लड़ाई को नंबर एक लक्ष्य नहीं मानता है.'
एएनआई ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के हवाले से कहा, 'यह उन लोगों का आत्म-सम्मोहन है जो अंदर से कमजोर, असुरक्षित हैं, इस तथ्य के बावजूद कि उनके पास हमसे कई गुना अधिक शक्तिशाली हथियार हैं.' इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन और NATO के अन्य सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद स्टॉल्टेनबर्ग ने कहा कि यूक्रेन में रूस के हमले से 10 लाख से अधिक लोग देश छोड़ने को मजबूर हुए हैं. NATO महासचिव ने कहा, 'उड़ान प्रतिबंध क्षेत्र लागू करने का सिर्फ एक तरीका है. वह यह है कि नाटो यूक्रेन के हवाई क्षेत्र में अपने लड़ाकू विमान भेजे और रूस के विमानों को मार गिराकर उड़ान प्रतिबंधित क्षेत्र लागू करे.'
जेंलेस्की की पुतिन से बातचीत के लिए बैठने का आह्वान
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बातचीत के लिए बैठने का आह्वान करने के साथ ही पश्चिमी देशों से यूक्रेन को रूसी आक्रमण का मुकाबला करने के लिए और मजबूत सैन्य सहायता मुहैया कराने का आग्रह किया है. पुतिन द्वारा विदेशी नेताओं और रूसी अधिकारियों के साथ हालिया बैठकों के लिए इस्तेमाल की गई एक लंबी मेज की ओर व्यंग्यात्मक रूप से इशारा करते हुए जेलेंस्की ने कहा, 'मेरे साथ बातचीत करने के लिए बैठिए, 30 मीटर दूर नहीं. मैं काटता नहीं हूं. आप किस बात से भयभीत हैं.'
देश छोड़कर भागने की खबर के बाद पहली बार सामने आए राष्ट्रपति जेलेंस्की
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की देश छोड़कर भागने की भी खबर आई थी. इस खबर के फैलते ही राष्ट्रपति जेलेंस्की पहली बार सामने आए और कहा कि हम आखिरी सांस तक रूस के खिलाफ लड़ते रहेंगे. उन्होंने कहा कि रूस के खिलाफ यूक्रेन एकजुट है. साथ ही उन्होंने यूरोपीय देशों से अपील की है कि वो चुप न बैठें, यूक्रेन का साथ दें. दरअसल, रूस की मीडिया ने शुक्रवार देर शाम दावा किया था कि यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की अपना देश छोड़कर पोलैंड भाग गए हैं.