श्रीलंका में आज सुबह 10 बजे नए पीएम का होगा ऐलान, सरकारी इमारतों को छोड़ने पर राजी हुए प्रदर्शनकारियों

श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने अब मालदीव से सिंगापुर का रुख कर लिया है.

Update: 2022-07-15 01:40 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) ने अब मालदीव से सिंगापुर का रुख कर लिया है. देश में गहराए आर्थिक संकट पर लोगों के प्रदर्शन के बीच राजपक्षे बुधवार को मालदीव चले गए थे. उनके मालदीव जाने के बाद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया था. गोटबाया राजपक्षे के मालदीव पहुंचने के बाद यह खबरें आने लगीं कि मालदीव सरकार ने उन्हें देश छोड़ने को कहा है. इसी के एक दिन बाद राजपक्षे ने मालदीव से सैन्य विमान के जरिए सिंगापुर के लिए उड़ान भर ली. सिंगापुर पहुंचते ही गोटबाया ने श्रीलंकाई राष्ट्रपति के पद से अपना इस्तीफा भी सौंप दिया.

राष्ट्रपति राजपक्षे ने गुरुवार को ई-मेल के माध्यम से अपना इस्तीफा संसद के स्पीकर यापा अभयवर्द्धने के ऑफिस भेज दिया. अभयवर्द्धने शुक्रवार को इस्तीफे का औपचारिक ऐलान करने से पहले सभी डॉक्यूमेंट की वैधता की अच्छी तरह से जांच कर रहे हैं. स्पीकर के मीडिया सेक्रेटरी इंदुनील अभयवर्द्धने ने बताया कि राष्ट्रपति राजपक्षे ने अपना इस्तीफा सिंगापुर में श्रीलंका उच्चायोग को सौंपा है. इंदुनील ने एक बयान में बताया कि स्पीकर चाहते हैं कि वेरिफिकेशन प्रक्रिया और कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान जारी किया जाए.'
सरकारी भवनों को छोड़ने पर राज़ी हुए प्रदर्शनकारी
इससे पहले, मालदीव की मजलिस संसद के स्पीकर मोहम्मद नशीद ने श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया के अपने पद से इस्तीफा दे देने का ऐलान किया था. उन्होंने उम्मीद जताई थी कि अब संकट ग्रस्त देश श्रीलंका आगे बढ़ सकता है. वहीं, राष्ट्रपति के इस्तीफा देने के बाद अब प्रदर्शनकारियों ने सभी सरकारी भवनों को खाली करना शुरू कर दिया है. दरअसल, राष्ट्रपति गोटबाया के इस्तीफे की मांग को लेकर हजारों प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन, राष्ट्रपति कार्यालय और प्रधानमंत्री कार्यालय पर कब्जा कर लिया था. अब वो इन्हें छोड़ने पर राज़ी हो गए हैं.
राष्ट्रपति सचिवालय और पुरानी संसद पर कब्जा बरकरार
प्रधानमंत्री ऑफिस से प्रदर्शनकारी गुरुवार शाम करीब 6 बजे बाहर निकल गए. जिसके बाद श्रीलंका की वायुसेना और सेना के सुरक्षाबलों ने इमारत का प्रभार वापस ले लिया. इससे पहले, प्रदर्शनकारियों ने कहा था कि वो राष्ट्रपति और पीएम के सरकारी आवास, टेंपल ट्री और पीएम ऑफिस शांतिपूर्वक निकल जाएंगे. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति सचिवालय, पुरानी संसद तथा गल्ले फेस ग्रीन के सामने अपना कब्जा बरकरार रखेंगे.
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