नेपाल पुलिस ने भारतीय व्यापारी को किया गिरफ्तार, 5 करोड़ की धोखाधड़ी का केस दर्ज, 2 भतीजे हुए फरार
पिछले साल इन्हीं दिनों में नेपाल के सबसे बड़े सरकारी कृषि विकास बैंक को हैक कर पांच करोड़ रुपये |
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| पिछले साल इन्हीं दिनों में नेपाल के सबसे बड़े सरकारी कृषि विकास बैंक को हैक कर पांच करोड़ रुपये उड़ाने के मामले में नेपाल पुलिस ने नेपाल सीमा इलाके से सोमवार देर रात बनबसा के एक व्यापारी सुशील गर्ग को गिरफ्तार किया है.
हालांकि इसी मामले में ही भारतीय व्यापारी सुशील गर्ग के दो भतीजे फरार हैं. नेपाल के कंचनपुर जिले के एसपी मुकुंद मरसानी के नेतृत्व में यह गिरफ्तारी हुई है. कंचनपुर के एसपी मुकुंद मरसनी के अनुसार के मुताबिक अभी तक इस मामले में कुल 38 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें बैंक के सात कर्मचारी भी शामिल हैं जबकि अभी अन्य 20 आरोपियों की पुलिस तो तलाश है.
उत्तराखंड पुलिस को जानकारी नहीं
उत्तराखंड के चंपावत जिले के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय नेपाल सीमा से सटे बनबसा के भारतीय मूल के व्यापारी गर्ग को नेपाल पुलिस ने उस समय नाटकीय अंदाज में गिरफ्तार किया जब वह अवैध रूप से नेपाल की सीमा क्षेत्र स्थित गड्डा चौकी में घूम रहा था. हालांकि इस पूरे प्रकरण पर उत्तराखंड पुलिस ने किसी तरह की जानकारी होने से इंकार किया है.
सीमा क्षेत्र में तैनात गुप्तचर सूत्रों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि चंपावत जिले के मीना बाजार के एक हाईप्रोफाइल व्यापारी को एक साल पहले नेपाल की राजधानी काठमांडु स्थित कृषि विकास बैंक का खाता हैक कर 5 करोड़ उड़ाने के मामले में नेपाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इसी केस में पहले से ही नेपाली गिरफ्तार हो चुके हैं.
इस मामले में कुल 38 आरोपियों में बैंक के सात कर्मचारी भी गिरफ्तार किए गए हैं जबकि अभी 20 आरोपी फरार है. महज कुछ सेकंड में ही पांच में से साढ़े तीन करोड़ रुपये भारत में ट्रांसफर किए गए थे.
इस मामले में खास बात यह है कि आजकल भारत नेपाल सीमा बिलकुल सील है. फिर ये व्यापारी नेपाल क्षेत्र में कैसे पहुंच गया. यह यहां चर्चा का विषय बना हुआ है जबकि बनबसा की पुलिस को अभी तक कोई खबर ही नहीं है.