मुशर्रफ ने भारत संग जंग के लिए कारगिल युद्ध की योजना बनाई, मगर हाथ लगी शिकस्त
भारत ने कारगिल युद्ध में जीत हासिल की.
भारत ने कारगिल युद्ध (Kargil War) में पाकिस्तान (Pakistan) को करारी शिकस्त देते हुए उसे धूल चटाई थी. भारत में हर साल 26 जुलाई को देश के वीर जवानों को नमन करने के लिए कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) मनाया जाता है. दूसरी ओर, पाकिस्तान में इस दिन को 'गैंग ऑफ फोर' (Gang of Four) की भयानक गलती के रूप में याद किया जाता है. पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ (General Pervez Musharraf) को इस गैंग का सरगना कहा जाता है. मुशर्रफ ने भारत संग जंग के लिए कारगिल युद्ध की योजना बनाई थी.
'गैंग ऑफ फोर' टर्म का इस्तेमाल परवेज मुशर्रफ के चार जनरलों को लेकर किया जाता है. इसमें जनरल एहसान उल हक, जनरल अजीज खान, महमूद अहमद और शाहिद अजीज शामिल थे. ये चारों पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) में जनरल थे. परवेज मुशर्रफ ने इन लोगों के साथ मिलकर ही कारगिल युद्ध लॉन्च किया था. इसके बाद नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) के खिलाफ तख्तापलट भी अंजाम दिया गया. पाकिस्तान में कहा जाता है कि इन चारों अधिकारियों की गलती का नतीजा था कि पाकिस्तान के करीब 1200 सैनिक मारे गए. इस युद्ध ने पाकिस्तान को ऐसे जख्म दिए, जो अभी तक भर नहीं पाया है.
युद्ध ने पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति की बदहाल
पाकिस्तानी घुसपैठियों ने साल 1999 में कारगिल की ऊंची चोटियों पर कब्जा जमा लिया. इसके बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय की शुरुआत की. इसके तहत मई से लेकर जुलाई 1999 तक भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ. इस युद्ध में भारत को जीत हासिल हुई और भारतीय सेना ने न सिर्फ पाकिस्तानी घुसपैठियों को ढेर किया, बल्कि उन्हें कारगिल से खदेड़ दिया. युद्ध के परिणामस्वरूप पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति भी काफी बदहाल हो गई. भारत ने समुद्र में पाकिस्तान की नाकेबंदी कर दी. इससे उसका समुद्री व्यापार खासा प्रभावित हुआ और नवाज शरीफ ने भी इस बात को स्वीकार किया.
कारगिल युद्ध के बदले कश्मीर को कब्जाने की थी योजना
कारगिल युद्ध के दौरान जनरल परवेज मुशर्रफ पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष थे. वहीं, जनरल अजीज उस समय चीफ ऑफ जनरल स्टाफ थे. इसके अलावा, अजीज ISI में भी रह चुके थे. इस दौरान वो कश्मीर का जिम्मा संभाल रहे थे. अजीज ने पाकिस्तानी घुसपैठियों को भारतीय सीमा में भेजना शुरू किया और इसके जरिए कश्मीर में अशांति फैलाई गई. इन चारों जनरलों और मुशर्रफ की योजना कारगिल युद्ध के बदले कश्मीर को कब्जाने की थी. इन लोगों को लगा कि भारतीय सेना को घुसपैठियों को हटाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. मगर ऐसा नहीं हुआ और भारत ने कारगिल युद्ध में जीत हासिल की.