यूक्रेन-रूस की जंग पर दूसरे राउंड में कई मुद्दों पर हुई बात, लेकिन हमले रोकने को तैयार नहीं
रिहायशी इलाकों में लोगों की बड़े पैमाने पर मौत और नुकसान के प्रचुर सबूत इसके विरोधाभासी हैं.
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग (Russia-Ukraine War) को रोकने के लिए दूसरी मीटिंग भी बेनतीजा रही. हालांकि, दोनों पक्षों में एक बात सहमति जरूर बनी है. इनमें नागरिक आबादी को निकालने के लिए मानवीय गलियारों के संयुक्त प्रावधान और यूक्रेन में शत्रुता वाले स्थानों पर दवाओं और भोजन की डिलीवरी के लिए सहमति शामिल है. वैसे, माना जा रहा है कि अस्थायी युद्धविराम की घोषणा भी हो सकती है.
मानवीय पहलुओं पर रहा जोर
यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार मायखाइलो पोडोलीक के अनुसार, कीव और मॉस्को के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत के दौरान यूक्रेन में स्थिति के मानवीय पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई. उन क्षेत्रों से आबादी खाली कराई जाएगी, जहां हमले किए जा रहे हैं. वहीं, रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख व्लादिमीर मेडिंस्की ने कहा कि वार्ता में रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडलों ने यूक्रेन में स्थिति से संबंधित मुद्दों के सभी तीन ब्लॉकों पर चर्चा की.
तीन ब्लॉकों पर हुई बातचीत
व्लादिमीर मेडिंस्की ने कहा कि हमने मुद्दों के सभी तीन ब्लॉकों पर विस्तार से चर्चा की. सैन्य मुद्दा, अंतरराष्ट्रीय मानवीय मुद्दा, तीसरा मुद्दा संघर्ष के भविष्य के राजनीतिक समाधान का मुद्दा है. उनमें से कुछ के लिए हम आपसी समझ खोजने में कामयाब रहे, लेकिन आज जो मुख्य मुद्दा सुलझाया गया, वह लोगों, नागरिकों को बचाने का मुद्दा है, जिन्होंने खुद को सैन्य संघर्ष के क्षेत्र में पाया है.
'कुछ मुद्दों पर समझौता असंभव'
यूक्रेनी अखबार उक्रेइंस्का प्रावदा के मुताबिक, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने उल्लेख किया कि रूसी पक्ष ने वार्ता के दौरान सवाल उठाए, जिसके लिए उन्होंने पहले ही अपने जवाब तैयार कर लिए थे. कुछ मुद्दों पर समझौता असंभव है. वहीं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने दावा किया कि उनकी सेना ने यूक्रेन में नागरिकों को सुरक्षित गलियारों की पेशकश की है, ताकि वे युद्धग्रस्त इलाकों को छोड़कर जा सकें.
Putin ने लगाया ये आरोप
पुतिन ने अपने सुरक्षा परिषद के सदस्यों के साथ वीडिया कॉल में आरोप लगाया कि यूक्रेन के राष्ट्रवादी समूह नागरिकों को जाने से रोक रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये समूह नागरिकों को ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं, रूसी सेना को उकसाने के लिए गोलीबारी कर रहे हैं. पुतिन के दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है. रूसी सेना ने कहा कि उसने केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है और रिहायशी इलाकों को निशाना नहीं बनाया. हालांकि, यूक्रेन में कीव, खारकीव, चेर्नीहीव और अन्य शहरों के रिहायशी इलाकों में लोगों की बड़े पैमाने पर मौत और नुकसान के प्रचुर सबूत इसके विरोधाभासी हैं.