चंद्र मिशन 'चांग ई-4 प्रोब' के लैंडर के बाद कुछ समय के लिए किया गया निष्क्रिय

27 चंद्र दिनों तक लगातार काम करने के बाद चीनी अंतरिक्ष एजेंसी- चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (सीएनएसए) ने अपने चंद्र मिशन 'चांग ई-4 प्रोब' के लैंडर और रोवर को कुछ समय के लिए निष्क्रिय कर दिया है।

Update: 2021-02-20 14:20 GMT

27 चंद्र दिनों तक लगातार काम करने के बाद चीनी अंतरिक्ष एजेंसी- चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (सीएनएसए) ने अपने चंद्र मिशन 'चांग ई-4 प्रोब' के लैंडर और रोवर को कुछ समय के लिए निष्क्रिय कर दिया है। चंद्रमा में रात की अवधि पूरी होने के बाद इन्हें दोबारा सक्रिय किया जाएगा। बता दें कि चंद्रमा का एक दिन पृथ्वी के लगभग 29.5 दिनों के बराबर होता है, जिसका अर्थ है कि चांद में दिन का उजाला पृथ्वी के लगभग 14 दिन तक रहता है और रात्रि का समय भी लगभग इतने दिन ही होता है।

सीएनएसए के लूनर एक्सप्लोरेशन एंड स्पेस प्रोग्राम सेंटर ने बताया कि लैंडर को शुक्रवार चीनी समय के अनुसार दोपहर 1:30 बजे निष्कि्रय किया गया और रोवर युतु-2 को गुरुवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात 1:48 बजे सुप्त अवस्था में डाला गया।
सीएनएसए ने कहा, चंद्रमा में रात के समय तापमान लगभग -173 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है। सूर्य से ऊर्जा न मिलने के कारण रोवर और लैंडर काम करना बंद कर देते हैं। इसलिए यहां दिन निकलने तक इन्हें निष्किरय कर दिया गया है।
652.62 मीटर की यात्रा कर चुका है युतू-2
अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि शनिवार तक के आंकड़ों का विश्लेषण करने से पता चलता है कि 'चांग ई-4 प्रोब' अभी चंद्रमा से 778 पृथ्वी दिवस की दूरी पर है और इसका रोवर युतु-2 अब तक 652.62 मीटर की यात्रा कर चुका है। शिन्हुआ न्यूज एजेंसी में प्रकाशित रिपोर्ट में चीनी अंतरिक्ष एजेंसी के हवाले से कहा गया है कि रोवर अच्छी स्थिति में है और इसके सभी पेलोड सामान्य रूप से काम कर रहे हैं।

2018 में लांच हुआ था मिशन
बता दें कि आठ दिसंबर, 2018 को चांग ई-4 को लांच किया गया था और तीन जनवरी, 2019 को इसने चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव-एटन टोकन के वॉन कर्मन क्रेटर पर पहली बार सॉफ्ट लैंडिंग की थी। रोवर युतु-2 ने चांद पर अपने तीन महीने बिता लिए हैं। इसी के साथ यह चांद पर सबसे ज्यादा समय तक काम करने वाला चंद्र रोवर बन गया है।
चार मिशन लांच कर चुका है चीन
पहली बार चीन ने वर्ष 2007 में चांग ई-1 अंतरिक्ष यान लांच किया था। इसके जरिये चंद्रमा की तस्वीरें खींचने और वैज्ञानिक सर्वेक्षण किया जाता था। उसके बाद चीनी विज्ञानियों ने वर्ष 2010 में चांग ई-2 को लांच किया जिसने चंद्रमा की एच-डी (हाई-डेफिनेशन) इमेजिंग की और अगले मिशन चांग ई- 3 के लिए लैंडिंग की स्थिति का जायजा लिया। वर्ष 2013 में चांग ई-3 चंद्रमा पर लैंड हुआ। इसने चंद्रमा पर पहला चीनी चंद्र रोवर युतू उतारा। इसने लगभग 1,000 दिनों तक वहां काम किया। इसके बाद चांग ई-4 लांच किया गया।


Tags:    

Similar News

-->