भारत यात्रा पर आएंगे लॉयड ऑस्टिन, रक्षा साझेदारी पर राजनाथ से करेंगे चर्चा
यह पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन के रिश्ते में भी दिखाई देता है.
अमेरिका (America) के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन (Lloyd Austin) भारत के दौरे पर आने वाले हैं. ऑस्टिन की भारत यात्रा राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के प्रशासन से आने वाले किसी वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री का पहला दौरा होगा. अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू (Taranjit Singh Sandhu) ने इसकी जानकारी दी है. यह पहली बार है, जब प्रथम विदेश यात्रा के तौर पर किसी अमेरिकी रक्षा मंत्री ने भारत को चुना है. गौरतलब है कि भारत और अमेरिका के बीच हाल के दिनों में सैन्य क्षेत्र समेत कई क्षेत्रों में भागीदारी बढ़ी है.
अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कहा, रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन जो बाइडेन प्रशासन के तहत पहले वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री होंगे, जो भारत की यात्रा करेंगे. यह यात्रा उस महत्व का प्रतिबिंब है जो अमेरिका भारत के लिए और हमारे द्विपक्षीय संबंधों के महत्व को दर्शाता है. इससे पहले, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन (Pentagon) ने भी बताया था कि ऑस्टिन भारत यात्रा पर आने वाले हैं. पेंटागन ने बताया कि रक्षा मंत्री जापान (Japan) और दक्षिण कोरिया (South Korea) की यात्रा भी करेंगे.
चीन के प्रति अपनाया है कड़ा रवैया
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन को चीन के प्रति कड़ा रुख अख्तियार करने वाले नेता के तौर पर देखा जाता है. ऑस्टिन कह चुके हैं चीन क्षेत्र में 'बेहद आक्रामक' रवैया अपनाए हुए है और कुछ मामलों में तो वह 'हमलावर' नजर आ रहा है. उन्होंने कहा था कि चीन अपनी सेना को आधुनिक बनाने और क्षमताएं विकसित करने में व्यस्त है. वह उन प्रतिस्पर्धाओं में हमें पछाड़ने की कोशिश कर रहा है, जिनमें हम हमेशा आगे रहे हैं.
साल के अंत में फिर होगी क्वाड देशों के प्रमुखों की बैठक
वहीं, भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने क्वाड समिट को लेकर कहा, इस समिट को व्यक्तिगत रूप से मिलकर करने की योजना थी, लेकिन महामारी के चलते ये संभव नहीं हो सका. आपने संयुक्त बयान में देखा होगा कि इसमें इशारा किया गया है कि क्वाड देशों के विदेश मंत्री मुलाकात करेंगे. वहीं, इस साल के अंत तक क्वाड देशों के प्रमुख नेताओं ने साथ मिलकर बैठक करने का मन बनाया है.
पीएम मोदी-राष्ट्रपति बाइडेन के रिश्ते अच्छे
जो बाइडेन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच रिश्तों को लेकर भारतीय राजदूत ने कहा, आपको 2014 और 2016 को याद करना होगा, पीएम मोदी और तत्कालीन उपराष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच अच्छा रिश्ता था. 2014 में उन्होंने न केवल लंच की मेजबानी की, बल्कि 2016 के कांग्रेस के सत्र में भी, जहां तत्कालीन उपराष्ट्रपति बाइडेन ने अध्यक्षता की. उन्होंने कहा, क्वाड समिट में आपको पहले 5 मिनट का सार्वजनिक दृश्य देखना होगा और मुझे लगता है कि आपने खुद ही देखा होगा. सभी नेताओं के बीच सामान्य माहौल बहुत अच्छा था. भारत-अमेरिका का संबंध बहुत गहरा है और यह पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन के रिश्ते में भी दिखाई देता है.