तेहरान, एजेंसी। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को ईरान दौरे में तुर्किये (तुर्की का नया नाम) के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन से मुलाकात के समय करीब एक मिनट तक असहज स्थिति से दो-चार होना पड़ा। हुआ यह कि यूक्रेन से खाद्यान्न निर्यात शुरुआत करने के मसले पर वार्ता के लिए पुतिन वार्तास्थल पर निर्धारित समय पर पहुंच गए लेकिन एर्दोगन वहां नहीं पहुंचे। इसके चलते 50 सेकेंड तक पुतिन खड़े होकर एर्दोगन का इंतजार करते रहे।
द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान उनके चेहरे पर असहज महसूस करने वाले भाव भी आए। लेकिन एर्दोगन के आने पर सब कुछ सामान्य हो गया और पुतिन उनसे गर्मजोशी से मिले। यह सब जब घटित हुआ, तब मीडिया वहीं पर मौजूद था। यह जानकारी समाचार एजेंसी आइएएनएस ने दी है। वैसे विश्व के शक्तिशाली नेताओं में शुमार पुतिन को विदेशी नेताओं को मुलाकात के लिए इंतजार करवाने और उन्हें असहज करने के लिए जाना जाता है। 2020 में मास्को यात्रा के दौरान एर्दोगन को भी 2 मिनट के ऐसे ही अनुभव से गुजरना पड़ा था। माना जा रहा है कि तेहरान में एर्दोगन ने उसी का बदला लिया।
खाद्यान्न निर्यात पर पुतिन-एर्दोगन में वार्ता
यूक्रेन से खाद्यान्न निर्यात शुरू किए जाने के मसले पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मंगलवार को तेहरान में तुर्किये (तुर्की का नया नाम) के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन से बात करेंगे। पुतिन मंगलवार को ईरान जाएंगे। यूक्रेन युद्ध के दौरान यह उनकी दूसरी विदेश यात्रा होगी। तेहरान में वह ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई और राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी से द्विपक्षीय मुद्दों के अतिरिक्त क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मसलों पर चर्चा करेंगे। इस चर्चा में शामिल होने के लिए तुर्किये के राष्ट्रपति एर्दोगन और सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद भी तेहरान पहुंचेंगे। यह जानकारी रूसी राष्ट्रपति के क्रेमलिन कार्यालय ने दी है।
खाद्यान्न निर्यात के मुद्दे पर चर्चा और निर्णय लेने के लिए तुर्की में इसी सप्ताह बैठक हो सकती है। इस बैठक में काला सागर के रास्ते खाद्यान्न निर्यात पर निर्णय हो सकता है। इस बैठक में रूस, यूक्रेन, तुर्किये और संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी भाग लेंगे। यह बैठक तेहरान में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्किये के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन की मुलाकात के बाद होगी।
विश्व बाजार में खाद्यान्न की कमी को दूर करने के लिए होने वाले समझौते की रूपरेखा पिछले सप्ताह बन चुकी है। उसके अनुसार यूक्रेन और रूस, दोनों को ही खाद्यान्न निर्यात की सुविधा मिलेगी। अमेरिका ने रूसी गेहूं और उर्वरक के निर्यात के लिए सारे प्रतिबंध हटा लिए हैं। इस सप्ताह तुर्किये में होने वाली बैठक में समझौता हो गया तो विश्व बाजार को करोड़ों टन खाद्यान्न उपलब्ध हो जाएगा। इसके चलते दुनिया में खाद्यान्न की उपलब्धता बढ़ जाएगी और उसकी कीमतों में कमी आएगी।