जानिए साल 2021में इस बार कैसा रहेगा विश्व के लिए नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियां

यह साल कोरोना महामारी के नाम रहा लेकिन नए साल में पूरा विश्व इस महामारी से मुक्ति की उम्मीद कर रहा है।

Update: 2020-12-31 09:15 GMT

जनता से रिश्ता बेवङेस्क| यह साल कोरोना महामारी के नाम रहा लेकिन नए साल में पूरा विश्व इस महामारी से मुक्ति की उम्मीद कर रहा है।वहीं, कुछ लोगों के मन में यह डर भी है कि आने वाले साल में कहीं दूसरी आपदाओं का सामना न करना पड़े। भविष्य के गर्भ में क्या छुपा है, यह तो कहना मुश्किल है लेकिन फिर भी फ्रांसीसी भविष्यवक्ता माइकल दि नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी को आधार मानकर तो आने वाले भविष्य की कल्पना कर रहे हैं।आइए, जानते हैं 2021 के लिए नास्त्रेदमस ने क्या भविष्यवाणियां की है-

2021 में रशियन वायरस का खतरा

एक रशियन वैज्ञानिक ऐसा बायलॉजिकल वैपन और वायरस विकसित करेगा, जो इंसान को जॉम्बी बना देगा। इस तरह इंसान की प्रजाति का सर्वनाश हो जाएगा। बायलॉजिकल वैपन इस वक्त पूरी दुनिया के लिए खतरा बना हुआ है।

कैलिफॉर्निया में भूकंप

अब तक नास्त्रेदमस ने प्राकृतिक आपदाओं और महामारी को लेकर जो भी भविष्यवाणियां की हैं, वो सटीक साबित हुईं हैं। इस लिहाज से साल 2021 और भी भयानक साबित हो सकता है।दुनिया के किसी हिस्से में भूकंप से तबाही मच सकती है। एक प्रलयकारी भूकंप 'न्यू वर्ल्ड' को तबाह कर देगा। कैलिफॉर्निया को इसका लॉजिकल प्लेस कह सकते हैं, जहां ये घटना हो सकती है.

2021 में पृथ्वी से टकराएगा धूमकेतु

नास्त्रेदमस ने पृथ्वी से धूमकेतु टकराने की बात भी कही है, जो भूकंप और कई तरह की प्राकृतिक आपदाओं का कारण बनेगा। पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करने के बाद ये एस्टेरॉयड उबलना शुरू कर देगा। आकाश में ये नजारा 'ग्रेट फायर' जैसा होगा।

2021 महाप्रलयों का साल

नास्त्रेदमस के मुताबिक अकाल, भूकंप, तरह-तरह की बीमारियां और महामारी दुनिया के अंत के पहले संकेत होंगे। साल 2020 में कोरोना वायरस की महामारी इसकी शुरुआत मानी जा सकती है। 2021 में एक ऐसा अकाल आएगा, जिसका सामना दुनिया ने पहले कभी नहीं किया।

सूर्य की तबाही से धरती होगी क्षतिग्रस्त

2021 में सूर्य की तबाही धरती के क्षतिग्रस्त होने का कारण बनेगी। जलवायु परिवर्तन से युद्ध और टकराव की स्थिति पैदा होगी। रिसोर्स के लिए दुनिया में झगड़े शुरू होंगे और लोग पलायन करेंगे।

ये भविष्यवाणियां कितनी सच होती हैं, ये तो आने वाला साल ही बताएगा लेकिन हम इन बातों को दरकिनार करके नए साल में नई उम्मीदें और प्रयासों के साथ प्रवेश कर सकते हैं क्योंकि इन भविष्यवाणियों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। 

Tags:    

Similar News

-->