इजरायल की वेबसाइट हुई हैक, दिखने लगी हमले की तस्वीर, हैकर्स ने कौन सा मैसेज दिया?

इस दौरान लोगों ने सुलेमानी की तस्वीर हाथ में ली हुई थी.

Update: 2022-01-03 08:50 GMT

ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी (Qasem Soleimani) की हत्या की बरसी के अवसर पर हैकर्स ने सोमवार तड़के यरुशलम पोस्ट नामक एक इजरायली अखबार की वेबसाइट को निशाना बनाते हुए उसे हैक कर लिया. हैकर्स ने समाचार पत्र की वेबसाइट से उसकी मूल सामग्री को हटाते हुए इजरायल के अघोषित परमाणु कार्यक्रम स्थल पर हमले की एक तस्वीर को लगा दिया. किसी भी समूह ने हालांकि अब तक इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है.

यरुशलम पोस्ट की वेबसाइट पर पोस्ट की गई तस्वीर को दो साल पहले इराक में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए ईरान के प्रतिष्ठित रिवोल्यूशनरी गार्ड के जनरल कासिम सुलेमानी से जोड़कर देखा जा रहा है (How Qasem Soleimani Died). तस्वीर में एक मिसाइल को दिखाया गया है. हैकर्स ने जो तस्वीर पोस्ट की है, उसमें इजरायल के डिमोना शहर के पास शिमोन पेरेज नेगेव परमाणु अनुसंधान केंद्र को निशाना बनाते हुए ईरानी सेना के हमले को दिखाया गया है.
दो साल पहले हुआ था हमला
शिमोन पेरेज नेगेव परमाणु अनुसंधान केंद्र में बीते कई दशकों से इजरायल का अघोषित परमाणु हथियार कार्यक्रम चल रहा है. अमेरिका ने सुलेमानी की 3 जनवरी, 2020 को बगदाद एयरपोर्ट के पास ड्रोन से हमला करके हत्या कर दी थी. उस समय अमेरिका ने दावा किया था कि ईरानी सेना (Iran Army) के ये जनरल उसपर आतंकी हमला (Terror Attack) करने की योजना बना रहे थे. हालांकि अमेरिका ने इससे जुड़ा कोई सबूत पेश नहीं किया था. सुलेमानी की मौत के बाद से ईरान में अमेरिका को लेकर गुस्सा काफी बढ़ गया है
इजरायल-अमेरिका के झंडे जलाए गए
साल 2014 में आईएसआईएस के खिलाफ जंग लड़ने के लिए इराकी पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्स (Iraqi Popular Mobilization Force) का गठन करने वाले इराक के ताकतवर शिया राजनीतिक समूहों ने दो दिन पहले ही एक रैली का आयोजन किया था. जिसमें अमेरिका और इजरायल के झंडे जलाए गए. साथ ही अमेरिका के खिलाफ नारे लगे. लोगों ने इराक में मौजूद अमेरिकी दूतावास की तस्वीर में भी आग लगा दी. साथ ही मांग करते हुए कहा कि देश से अमेरिकी सैनिकों की पूरी तरह वापसी कराई जाए. इस दौरान लोगों ने सुलेमानी की तस्वीर हाथ में ली हुई थी.


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