तालिबानी नेताओं से ISI चीफ ने की मुलाक़ात? पाकिस्तान ने बताई झूठी ख़बर

काबुल में पाकिस्तान के दूतावास ने खुफिया एजेंसी आईएसआई के चीफ और अफगानी जिहादी नेताओं के बीच मुलाकात की ख़बर को ख़ारिज करते हुए कहा है कि यह गलत न्यूज चलाई जा रही है।

Update: 2022-02-16 02:34 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। काबुल में पाकिस्तान के दूतावास ने खुफिया एजेंसी आईएसआई के चीफ और अफगानी जिहादी नेताओं के बीच मुलाकात की ख़बर को ख़ारिज करते हुए कहा है कि यह गलत न्यूज चलाई जा रही है। दूतावास की तरफ से कहा गया कि आईएसआई चीफ की जिहादी नेताओं अता मोहम्मद नूर, अब्दुल राशिद दोस्तम और मोहम्मद मुहाकीक से तुर्की में कोई मुलाकात नहीं हुई।

यहां राजनयिकों ने खामा प्रेस की तरफ से दी गई इस रिपोर्ट को ख़ारिज कर दिया। खामा ने दावा किया था कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के चीफ नदीम अंजुम कुछ अफगानी नेताओं से मिले थे और अफगानिस्तान को समावेशी सरकार देने के बारे में चर्चा की थी। इसके बाद तालिबान ने देश छोड़कर भागे हुए राजनेताओं से अपील की कि वे अपने देश लौट आएं और शांतिपूर्वक रहें।
बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे के बाद बहुत सारे राजनेता और आम जनता वहां से जान बचाकर भाग निकली। उस समय दहशत का माहौल था। एयरपोर्ट पर तबाही का मंजर देखा गया। वहीं पाकिस्तान के तत्कालीन आईएसआई चीफ तालिबानी नेताओं से मिलने पहुंचे थे।
पाकिस्तान और तालिबान में भी हुई भिड़ंत
एक तरफ विचारधारा को लेकर तालिबान और पाकिस्तान में समानता नजर आती है तो दूसरी तरफ सीमा पर पाकिस्तानी सेना और तालिबानियों को बीच ठनी हुई है। पाकिस्तान अपनी सीमा पर ताड़बंदी का काम करवा रहा है। एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें दिखायी दे रहा था कि पाकिस्तानी सैनिक बाड़ लगा रहे हैं और तालिबानी उसे उखाड़ रहे हैं। इसके बाद तालिबान का बयान भी आया था और कहा गया था कि वे इस सीमा को नहीं मानते।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच 2640 किमी की सीमा है। अफगानिस्तान सीमा पर बाड़ लगाने का विरोध करता रहा है। उसका कहना है कि जब तक डूरंड रेखा का मसला स्पष्ट नहीं हो जाता यहां बाड़ नहीं लगाया जाना चाहिए।
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