ईरान ने सऊदी अरब के साथ वार्ता की स्थगित, बगदाद कर रहा था पहल

ईरान ने क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी सऊदी अरब के साथ सालों से जारी तनाव को कम करने के मकसद से चल रही गोपनीय बातचीत को अस्थाई तौर पर स्थगित करने का निर्णय लिया है.

Update: 2022-03-14 01:52 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ईरान (Iran) ने क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी सऊदी अरब (Saudi Arabia) के साथ सालों से जारी तनाव को कम करने के मकसद से चल रही गोपनीय बातचीत को अस्थाई तौर पर स्थगित करने का निर्णय लिया है. बगदाद (Baghdad) की मध्यस्थता से ये बातचीत चल रही थी. ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की करीबी समझी जाने वाली ईरानी समाचार वेबसाइट 'नॉर न्यूज' की खबर के मुताबिक सरकार ने एकतरफा निर्णय लेते हुए सऊदी अरब से बातचीत स्थगित कर दी है, जो दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के मद्देनजर पिछले साल से बगदाद में चल रही है.

एक दिन पहले ही सऊदी अरब ने अपने आधुनिक इतिहास में एक ही दिन सामूहिक रूप से सबसे ज्यादा लोगों को मृत्युदंड दिया है. इराक के विदेश मंत्री ने इससे पहले कहा था कि सऊदी अरब और ईरान के बीच जारी बातचीत के पांचवें दौर की बातचीत बुधवार को बहाल होने वाली है. वैसे तो 'नॉर न्यूज' ने बातचीत स्थगित करने की वजह नहीं बताई है, लेकिन ये कदम ऐसे समय उठाया गया है जब सऊदी अरब ने हत्या और चरमपंथी समूहों से संबंध रखने सहित विभिन्न अपराधों के लिए दोषी ठहराए गए 81 लोगों को सामूहिक रूप से शनिवार को मृत्युदंड दे दिया था.
मृत्युदंड दिए गए लोगों में सउदी अरब के 73, यमन के सात नागरिक थे. सीरिया के एक नागरिक को भी मौत की सजा दी गई. जिन लोगों को मौत की नींद सुला दिया गया, उनके बारे में सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनमें तीन दर्जन शिया थे. इससे पहले जनवरी 1980 में मक्का की बड़ी मस्जिद से संबंधित बंधक प्रकरण के दोषी ठहराए गए 63 चरमपंथियों को मृत्युदंड दिया गया था.
ईरान और सऊदी अरब के बीच 2016 में टूटे थे राजनयिक संबंध
शियाओं की लंबे समय से शिकायत रही है कि उनके साथ देश में दूसरे दर्जे का नागरिकों की भांति बर्ताव किया जा रहा है. सऊदी अरब द्वारा ऐसे मृत्युदंड देने से पहले भी क्षेत्र में अशांति रही है. दुनिया में शिया बहुल मुस्लिम देश ईरान और सुन्नी बहुल सऊदी अरब के बीच 2016 में तब राजनयिक संबंध टूट गए थे, जब सऊदी अरब ने प्रमुख शिया मौलवी नीम्र अल-निम्र को मृत्युदंड दिया था.
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