तेहरान, एजेंसियां। ईरान ने रविवार को घोषणा की कि उसने अपने भूमिगत फोर्डो परमाणु संयंत्र में अत्याधुनिक सेंट्रीफ्यूज का इस्तेमाल कर यूरेनियम का 20 प्रतिशत तक संवर्धन शुरू किया है। तेहरान ने परमाणु हथियारों के ग्रेड स्तर 90 प्रतिशत की दिशा में एक तकनीकी कदम बढ़ाया है। पश्चिमी देशों के साथ परमाणु समझौते पर गतिरोध के बीच उसका यह कदम भड़काऊ है। ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रवक्ता बेहरौज कामालवांडी ने कहा कि शनिवार को उन्नत आइआर-6 सेंट्रीफ्यूज से पहली बार यूरेनियम 20 प्रतिशत तक संवर्धित किया गया। उन्होंने कहा कि ईरान ने दो सप्ताह पहले ही संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी को सूचित कर दिया था। सेंट्रीफ्यूज का इस्तेमाल समृद्ध यूरेनियम को उच्च स्तर तक शुद्ध करने में किया जाता है। विश्व शक्तियों के साथ तेहरान के 2015 के समझौते में फोर्डो को एक अनुसंधान एवं विकास सुविधा बनाने और वहां गैर-परमाणु इस्तेमाल के लिए सेंट्रीफ्यूज को प्रतिबंधित करने की व्यवस्था की गई थी। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) ने पिछले महीने बताया था कि ईरान के पास 43 किलो 60 प्रतिशत शुद्धता वाला समृद्ध यूरेनियम है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि ईरान कदम बढ़ाता है तो एक परमाणु बम के लिए उसके पास पर्याप्त सामग्री है।
परमाणु हथियार बनाने के लिए ईरान के पास पर्याप्त सामग्री
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने रिपोर्ट्स के हवाले से बताया है कि ईरान ने 43 किलोग्राम यूरेनियम जमा कर लिया है। पिछले तीन महीने में ईरान ने 10 किलोग्राम यूरेनियम जमा किया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ईरान का 43 किलो का भंडार अब उस कथित मात्रा से ऊपर है जो बताता है कि परमाणु हथियार के लिए कितनी परमाणु सामग्री की आवश्यकता हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ईरान को 43 किलो से 60 किलो तक पहुंचने में कुछ हफ्तों का वक्त लगेगा।
यूरेनियम का भंडार
आईएईए ने अपनी रिपोर्ट में अनुमान लगाया था कि ईरान का संवर्धित यूरेनियम भंडार 2.5 टन से नीचे है। परमाणु करार में तय सीमा यानी 202.8 किलोग्राम से यह तकरीबन 10 गुना ज्यादा है। करार से पहले के भंडार से भी यह करीब पांच गुना ज्यादा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान करार से पहले 20 प्रतिशत से ज्यादा के स्तर पर संवर्धन कर रहा था लेकिन अब उससे बहुत ज्यादा स्तर पर संवर्धन कर रहा है और उसने करीब 17.7 किलोग्राम यूरेनियम को 60 फीसदी से ज्यादा संवर्धित कर लिया है। यह हिस्सा परमाणु हथियार बनाने के लिए जरूरी 90 फीसदी की शुद्धता के करीब है। परमाणु बम बनाने के लिए करीब 25 किलो, 90 फीसदी संवर्धित यूरेनियम की जरूरत होती है।