भारत की साझेदारी आई2यू2 समूह में गेम चेंजर साबित होगी, पीएम मोदी आज उच्च स्तरीय बैठक में होंगे शामिल
नए आई2यू2 समूह का गठन एक ऐसा अहम विकास है जहां भारत के साथ अमेरिकी साझेदारी गेम चेंजर साबित हो सकती है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नए आई2यू2 समूह का गठन एक ऐसा अहम विकास है जहां भारत के साथ अमेरिकी साझेदारी गेम चेंजर साबित हो सकती है। यह बात पूर्व इस्राइली एनएसए मेजर जनरल याकोव अमिद्रोर ने फोरम की पहली उच्च स्तरीय बैठक से पहले कही। गुरुवार यानी 14 जुलाई को इस समूह की बैठक होनी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक में वर्चुअली रूप से शामिल होंगे।
यह समूह छह क्षेत्रों में संयुक्त निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए काम करेगा
भारत सरकार ने मंगलवार को पहले आई2यू2 नेताओं के आभासी शिखर सम्मेलन की घोषणा करते हुए कहा कि यह समूह पानी, ऊर्जा, परिवहन, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा जैसे छह पारस्परिक रूप से पहचाने गए क्षेत्रों में संयुक्त निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए काम करेगा। पीएम मोदी शिखर सम्मेलन में इस्राइल के प्रधानमंत्री यायर लापिड, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ भाग लेंगे। आई2यू2 का पहला लीडर्स समिट वर्चुअली रूप से 14 जुलाई, 2022 को आयोजित किया जाएगा।
अक्तूबर 2021 को की गई थी स्थापना
आई2यू2 समूह में भारत, इस्राइल, यूएई और अमेरिका शामिल हैं। इसकी स्थापना अक्तूबर 2021 में विदेश मंत्री एस जयशंकर की इस्राइल यात्रा के हिस्से के रूप में चार देशों के विदेश मंत्रियों की एक पहल के बाद की गई थी। एक आभासी सम्मेलन में चार देशों के विदेश मंत्रियों ने अतिव्यापी हितों को पूरा करने के लिए पूरक क्षमताओं का इस्तेमाल करने पर सहमति व्यक्त की और क्वाड भागीदारों के बीच सहयोग मजबूत करने पर जोर दिया।
इस्राइल के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अमिद्रोर ने बताया कि इस्राइल बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के तीन दिनी कार्यक्रम का स्वागत करने की तैयारी में है। इसी दौरान आई2यू2 फोरम की उच्च स्तरीय बैठक होगी जिसमें पीएम मोदी भी वर्चुअली भाग लेंगे।
इस्राइल-यूरोप के बीच भारत एक सेतु
इस्राइल के पूर्व एनएसए ने कहा, भारत नए देशों में लाने वाले अब्राहम समझौते के दायरे को बढ़ाने में मदद कर सकता है। उन्होंने कहा, आई2यू2 दुनिया के हितों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इसमें इस्राइल और यूएई में रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की उम्मीद है। उन्होंने कहा, भारत की भूमिका यूरोप और इस्राइल के साथ एक सेतु की है और पूरे संदर्भ में भारत एक बड़ा व्यापारिक भागीदार है।