यूक्रेन से एयरलिफ्ट होकर अपने देश लौटे भारतीय छात्र, बताया वहां कैसा है माहौल?

रूस-यूक्रेन में बढ़े विवाद के बीच यूक्रेन में रह रहे काफी संख्या में भारतीय फंस गए थे, जिन्हें एअर इंडिया की फ्लाइट से एयरलिफ्ट कर सुरक्षित वापस लाया गया है.

Update: 2022-02-23 03:08 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रूस-यूक्रेन में बढ़े विवाद (Russia-Ukraine Crisis) के बीच यूक्रेन में रह रहे काफी संख्या में भारतीय फंस गए थे, जिन्हें एअर इंडिया (Air India) की फ्लाइट से एयरलिफ्ट कर सुरक्षित वापस लाया गया है. इसमें अधिकर छात्र हैं. यूक्रेन में पढ़ रहे भारतीय छात्रों (Indian Students Reaches Delhi from Ukraine) ने मंगलवार रात यहां पहुंचने के बाद कहा कि वे रूस और पूर्वी यूरोपीय देश के बीच बढ़ रहे तनाव के चलते अपने देश लौटकर खुश हैं. इनमें से अधिकतर छात्र यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. फिलहाल सभी की स्थिति सामान्य है.

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एअर इंडिया की फ्लाइट एआई 1946 यूक्रेन से करीब 240 भारतीयों को लेकर मंगलवार रात 11 बजकर 40 मिनट पर इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लैंड हुई. इसने यूक्रेन की राजधानी कीव में बोरिस्पिल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से शाम करीब छह बजे (भारतीय समयानुसार) उड़ान भरी थी. विमानन कंपनी ने भारतीयों को लाने के लिए एक बोइंग 787 विमान का परिचालन किया, जिसने सुबह यूक्रेन के लिए उड़ान भरी थी. अधिकारियों ने बताया कि विमान में करीब 240 यात्री सवार थे.

छात्रों ने बताया यूक्रेन में कैसा है माहौल

यूक्रेन से दिल्ली पहुंची छात्रा रिया ने बताया कि वहां (यूक्रेन में) स्थिति सामान्य है. हमने दूतावास की सलाह का पालन किया. एयरपोर्ट पर उतरने के बाद एमबीबीएस के 22 वर्षीय छात्र अनिल राप्रिया ने कहा, 'मुझे अपने देश में लौटकर खुशी हो रही है. यूक्रेन में बदलते हालात के बीच भारतीय दूतावास ने हमें देश छोड़ने को कहा था, जिसके बाद मैं अभी भारत पहुंचा हूं.' इसके अलावा कीर्तन कलाठिया, नीरव पटेल, विनीत पटेल और कृष राज भी उन छात्रों में शामिल हैं, जो यूक्रेन से दिल्ली पहुंचे हैं.
राज ने बताया, 'हम सभी चेरनिव्त्सी में बुकोविनियन स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी (बीएसएमयू) में पढ़ते हैं. हमने अपने कॉलेज के अधिकारियों को सूचित किया है कि हम जा रहे हैं और कक्षाएं अब ऑनलाइन होंगी. चेरनिव्त्सी में हालात ठीक हैं, क्योंकि यह सीमा क्षेत्र से काफी दूर है.'
यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा गया
रांची निवासी अपूर्वा भूषण ने बताया कि हमारे आधिकारिक व्हाट्सऐप ग्रुप पर भारतीय दूतावास का परामर्श मिला था. इसमें कहा गया था कि यूक्रेन में मौजूदा स्थिति को देखते हुए छात्रों को अस्थायी रूप से देश छोड़ देना चाहिए, इसलिए हमने सलाह का पालन किया और वहां से चले आए.
चार उड़ान और ऑपरेट की जाएंगी, दूतावास ने जारी की एडवाइजरी
इसके अलावा चार अन्य उड़ानें ऑपरेट की जाएंगी. भारतीय दूतावास ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा, 'कीव से दिल्ली के लिए चार उड़ानें 25 फरवरी, 27 फरवरी और 6 मार्च, 2022 को भी ऑपरेट होंगी.'
बता दें कि रूस ने यूक्रेन के दो प्रांतों को स्वतंत्र देश घोषित कर दिया है. रूस के इस कदम पर भारत ने चिंता जाहिर की है. यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल में भारत के रिप्रेजेंटेटिव टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि यूक्रेन और उसके सीमावर्ती इलाकों में 20 हजार से ज्यादा भारतीय रहते हैं, इनमें स्टूडेंट भी शामिल हैं. तिरुमूर्ति ने कहा कि इन भारतीयों की सलामती हमारी प्राथमिकता है.
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