नई दिल्ली। भारत ने नेपाल के विभिन्न जिलों में स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले विभिन्न संगठनों को 35 एंबुलेंस और 66 स्कूल बसें उपहार में दी हैं। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि रविवार को नेपाल में भारत के राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने नेपाली वित्त मंत्री बर्षमान पुन की मौजूदगी में वाहनों की चाबियां सौंपी। बयान के अनुसार भारतीय दूतावास के प्रतिनिधि द्वारा उपहार में दिए गए कुल 101 वाहनों में से 2 एंबुलेंस भूकंप प्रभावित जाजरकोट और पश्चिम रुकुम जिलों को दी गई हैं।
भारत अपनी ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति को प्राथमिकता देते हुए निरंतर नेपाल की मदद कर रहा है। भारत सरकार नेपाल के अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न संगठनों को पिछले 3 दशकों से भारत के स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के अवसर पर एंबुलेंस और स्कूल बसें उपहार में देती रही है। कार्यक्रम के दौरान भारतीय राजदूत ने कहा यह नेपाल-भारत विकास साझेदारी के तहत स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों में अपने बुनियादी ढांचे को मजबूत करने को लेकर नेपाल सरकार के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की लंबे समय से चली आ रही पहलों में से एक है। यह भारत और नेपाल के बीच मजबूत विकास साझेदारी का एक हिस्सा है।
वित्त मंत्री पुन ने नेपाल में भारत सरकार की चल रही विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं की सराहना की और कहा कि इससे नेपाल और भारत के बीच लोगों से लोगों का जुड़ाव और द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह प्रमुख कार्यक्रम नेपाल के लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है। भारतीय दूतावास ने कहा 1994 के बाद से, भारत सरकार ने नेपाल को 1009 एंबुलेंस और 300 स्कूल बसें उपहार में दी हैं, जिनमें आज दी गई बसें भी शामिल हैं।