डिप्लोमैटिक कॉन्क्लेव में विदेश मंत्री ने कहा- 50 हजार से ज्यादा विदेशी छात्र भारत में कर रहे पढ़ाई
डिप्लोमैटिक कॉन्क्लेव में विदेश मंत्री ने कहा
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर (Dr. S Jaishankar) ने शुक्रवार को डिप्लोमैटिक कॉन्क्लेव 2021 को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा, 10 लाख से ज्यादा भारतीय छात्र विदेश में पढ़ रहे हैं. उन्होंने दुनियाभर में भारत के संबंधों की मज़बूत नींव रखी है. वहीं उन्होंने ये भी कहा कि वर्तमान में 164 देशों के 50,000 से अधिक छात्र वर्तमान में भारत में पढ़ाई कर रहे हैं.
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने भी शुक्रवार को डिप्लोमेटिक कॉन्क्लेव 2021 को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा, 164 देशों के 50,000 से अधिक छात्र वर्तमान में भारत में पढ़ाई कर रहे हैं, हमें उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में यह संख्या बढ़ेगी. उन्होंने कहा, एनईपी का उद्देश्य सस्ती कीमत पर प्रीमियम शिक्षा प्रदान करके छात्रों के लिए ग्लोबल डेस्टिनेशन के रूप में भारत को बढ़ावा देना है.
हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा, इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य उच्च शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण को बढ़ाना, भारत और दूसरे देशों में उच्च शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाना और शिक्षा में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में बाधाओं पर चिंता जाहिर करना है.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन से मिले थे डॉ एस जयशंकर
इससे पहले 30 और 31 अक्टूबर को जी 20 समिट (G20 Summit) में हिस्सा लेने गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जयशंकर भी रोम पहुंचे थे. इस दौरान एस जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन से मुलाकात की थी. ये मुलाकात रोम में जी 20 शिखर सम्मेलन से इतर की गई थी. इस दौरान सामान्य क्षेत्रीय प्राथमिकताओं पर सहयोग का विस्तार करने और कोविड-19 से निपटने के प्रयासों में सहयोग समेत अन्य विषयों पर बात कई गई.
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन ( ने क्वाड के माध्यम से विभिन्न विषयों पर व्यापक बात की. भारत-प्रशांत सहयोग को मजबूत करने और सामान्य क्षेत्रीय प्राथमिकताओं पर सहयोग का विस्तार करने के प्रयासों पर चर्चा हुई. साथ ही कोरोना टीकों तक वैश्विक पहुंच का विस्तार करने, COP26 में जलवायु महत्वाकांक्षा को बढ़ाने पर सहयोग को लेकर सहमती बनी.