इमरान खान और उनकी पत्‍नी बुशरा बीबी के करीबी शहबाज गिल को किया अरेस्‍ट

औपचारिक ‘कारण बताओ नोटिस’ भेजा। बताया जा रहा है कि एआरवाई के कई अधिकारियों को अरेस्‍ट भी किया गया है।

Update: 2022-08-10 05:13 GMT

इस्‍लामाबाद: पाकिस्‍तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी रहस्‍यमय पत्‍नी बुशरा बीबी के करीबी और चीफ ऑफ स्‍टाफ शहबाज गिल को राजद्रोह के आरोप में अरेस्‍ट कर लिया गया है। पाकिस्‍तान के गृहमंत्री राना सनाउल्‍ला ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है। यही नहीं पाकिस्‍तानी पुलिस ने पूर्व गृहमंत्री शेख रशीद को भी पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह फरार होने में कामयाब रहे। पाकिस्‍तानी सेना के इशारे पर पुलिस के इस ऐक्‍शन से इमरान खान और उनकी बेगम पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। इस बीच शेख रशीद ने धमकी दी है कि अगर इमरान खान को अरेस्‍ट करने या उनकी पार्टी पीटीआई को तोड़ने की कोशिश की गई तो इससे देश में 'खूनी राजनीति' शुरू हो जाएगी।


इस ताजा विवाद की शुरुआत उस समय हुई जब शहबाज गिल ने इमरान खान के करीबी पाकिस्‍तानी टीवी चैनल एआरवाई पर सेना के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली और फौजियों से कहा कि वे सेना प्रमुख के आदेश को नहीं मानें। इसके बाद पाकिस्‍तानी सेना ऐक्‍शन में आ गई। पुलिस ने बहुत बुरी तरह से शहबाज गिल को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी को लेकर इमरान खान ने पार्टी की आपात बैठक बुलाई है। इमरान सरकार में मंत्री रहे फवाद चौधरी ने एक ट्वीट में कहा, 'बनी गाला चौक से बिना नंबर प्लेट के वाहनों में आए लोगों ने शहबाज गिल को अगवा कर लिया।' शहबाज गिल इमरान खान और उनकी बेगम बुशरा बीबी के बहुत करीबी हैं और उनके कहने पर सोशल मीडिया से लेकर मीडिया में अपनी बात रखते हैं।

'शहबाज गिल ने साजिश के तहत सेना में फूट डालने की कोशिश की'
बनी गाला चौक इमरान खान के बनी गाला आवास से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। एक अन्य पीटीआई नेता मुराद सईद ने भी उनकी गिरफ्तारी की सूचना दी और कहा कि उनकी कार के शीशे टूट गए हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि गिल के एक सहायक को पीटा गया था। पीटीआई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से साझा किए गए एक वीडियो में टूटे शीशे दिखाई दे रहे हैं। पाकिस्‍तान के गृहमंत्री राना सनाउल्‍ला ने कहा कि शहबाज गिल ने एक साजिश के तहत सेना में फूट डालने की कोशिश की। इसी आधार पर उन्‍हें देशद्रोह के आरोप में अरेस्‍ट किया गया है। उन पर संस्थानों के खिलाफ ट्रोल अभियान के सिलसिले में उकसाने का आरोप भी लगाया गया है।

इस बीच शहबाज गिल को मंच देने वाले इमरान खान के करीबी टेलीविजन चैनल एआरवाई को भी सेना के इशारे पर निलंबित कर दिया गया है। शहबाज सरकार के इस कदम की आलोचकों ने देश में मीडिया की स्वतंत्रता को दबाने के लिए एक अवैध कदम के रूप में निंदा की है। वीओए ने बताया कि निजी पाकिस्तानी केबल ऑपरेटरों को पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (पीईएमआरए) द्वारा एआरवाई न्यूज के प्रसारण को तुरंत 'अगली सूचना तक' के प्रसारण को रोकने का आदेश दिया गया है। राज्य नियामक ने बाद में ब्रॉडकास्टर को 'झूठी, घृणित और देशद्रोही सामग्री' प्रसारित करने का आरोप लगाते हुए एक औपचारिक 'कारण बताओ नोटिस' भेजा। बताया जा रहा है कि एआरवाई के कई अधिकारियों को अरेस्‍ट भी किया गया है।


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