IAEA ने ईरान के साथ कैमरे लगाने वाले समझौते को बढ़ने की दी जानकारी
2015 के परमाणु समझौते का अनुपालन कर रहा है या नहीं।
ईरान और संयुक्त राष्ट्र के परमाणु सुरक्षा पर निगाह रखने वाली निगरानी संस्था के बीच सोमवार को एक माह तक परमाणु स्थलों पर कैमरे लगाने संबंधी समझौते को बढ़ाने पर सहमत हो गए हैं।
ईरान की इस पर सहमति को बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि ईरान ने धमकी दी थी कि यदि आगे कोई समझौता नहीं हुआ तो वह कैमरों को नष्ट कर देगा। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने फरवरी में ईरान के साथ तस्वीरों का विश्लेषण करने के लिए तीन महीने का इस संबंध में समझौता किया था।
आईएईए के महानिदेश्क राफेल मारिआनो ग्रोसी ने ईरान के नागरिक परमाणु कार्यक्रम के प्रमुख अली अकबर सलेही से बातचीत के बाद विएना में संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी बताया कि ईरान ने इसे एक माह और बढ़ा दिया है।
ईरान के साथ एडिशनल प्रोटोकॉल नामक इस गोपनीय समझौते के तहत, आईएईए ईरानी परमाणु स्थलों पर स्थापित निगरानी कैमरों की तस्वीरों को एकत्र करता है और उनका विश्लेषण करता है। उन कैमरों ने तेहरान के कार्यक्रम की इस बात के लिए निगरानी करने में मदद की कि वह 2015 के परमाणु समझौते का अनुपालन कर रहा है या नहीं।