पाक में हिंदू युवक पर ईशनिंदा का आरोप, भीड़ जान लेने पर आमादा, मुस्लिम पड़ोसी पर फंसाने का शक
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक हिंदू सफाई कर्मी अशोक कुमार को कथित ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक हिंदू सफाई कर्मी अशोक कुमार को कथित ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसके बारे में पता चलने पर उग्र भीड़ ने उसे पीटकर मार डालने के लिए उसका घर घेर लिया। पुलिस ने भीड़ पर बल प्रयोग कर फिलहाल उसकी जान बचा ली है लेकिन आने वाले दिन उसके और उसके परिवार के लिए बहुत मुसीबत भरे साबित हो सकते हैं। घटना के बाद हैदराबाद शहर में काफी तनाव है और अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय बहुत दहशत में है।
मुस्लिम महिला ने धार्मिक पुस्तक को आग लगा फंसाया
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार हिंसक झड़पों की घटना रविवार की बताई जा रही है। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार एक मुस्लिम पड़ोसी बिलाल अब्बासी ने खुन्नस में अशोक को फंसाया है। स्थानीय मीडिया ने बताया कि एक मुस्लिम महिला ने धार्मिक पुस्तक को आग लगाई जिसका आरोप हिंदू युवक अशोक पर मढ़ दिया गया। जानकारी होने पर चरमपंथी समूह तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) ने हिंदू परिवारों की एक इमारत के सामने उग्र विरोध प्रदर्शन किया। उसके बाद आरोपित अशोक को गिरफ्तार किया गया।
इलाके के हिंदू परिवारों में खौफ
हैदराबाद में हिंदू समुदाय के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि पुलिस ने घटना की उचित जांच किए बिना अशोक को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि जिस इमारत में यह घटना हुई, वहां रहने वाले हिंदू परिवार टीएलपी के विरोध प्रदर्शन के बाद से काफी डरे हुए हैं। उन्हें अपने साथ बदले की कार्रवाई होने का भय सता रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, शुक्रवार को कथित तौर पर एक इस्लामिक पुस्तक के पन्ने जला दिए गए थे, जिसके बाद टीएलपी ने पूरे हैदराबाद में विरोध प्रदर्शन किए और आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की।एक प्रमुख हिंदू नेता रवि दवानी ने सिंध सरकार से मामले की निष्पक्ष जांच कराने की अपील की है।
तनाव के चलते अधिकांश बाजार बंद रहे
घटना के विरोध में सोमवार को अधिकांश बाजार बंद रहने से शहर में तनाव बना रहा। कुछ जगहों पर टीएलपी से जुड़े प्रदर्शनकारियों ने संपत्तियों और वाहनों में आग लगा दी।एसएसपी अमजद शेख ने कहा कि हिंसा में शामिल करीब 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पथराव की घटनाओं में एक एसएचओ सहित सात पुलिस वाले घायल हुए हैं।मुस्लिम बहुल पाकिस्तान में ईशनिंदा एक बेहद संवेदनशील मुद्दा है। उग्र भीड़ अक्सर संदिग्धों को पीट-पीट कर मार डालती है। पिछले साल दिसंबर में, ईशनिंदा के आरोप में पाकिस्तान के एक कारखाने में श्रीलंकाई प्रबंधक की पीटकर हत्या कर शव आग के हवाले कर दिया गया था।