गाजा में इजरायल के कब्जे का प्रतिरोध करेगा हमास और इस्लामिक जिहाद
आतंकवादी समूह हमास और फिलीस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीआईजे) ने गाजा पट्टी के घेराबंदी वाले इलाके में इजरायली हमलों के बाद एक संयुक्त बैठक की
आतंकवादी समूह हमास और फिलीस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीआईजे) ने गाजा पट्टी के घेराबंदी वाले इलाके में इजरायली हमलों के बाद एक संयुक्त बैठक की। इस बैठक में गाजा पट्टी पर इजरायल के कब्जे के खिलाफ एक दूसरे का समर्थन करने का वादा किया।
पीआईजे के एक वरिष्ठ नेता खादर हबीब ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया कि बैठक में दोनों गुटों के राजनीतिक और सैन्य नेताओं के सदस्य शामिल थे, यह बैठक सकारात्मक और महत्वपूर्ण थी। उन्होंने कहा कि, हमास और पीआईजे इजरायल के कब्जे का विरोध करने की दो समूहों की रणनीति का समर्थन करने के लिए संबंधों को मजबूत करने पर सहमत हुए।
बैठक के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि सशस्त्र प्रतिरोध दोनों समूहों की पहली पसंद है। बैठक में फिलिस्तीनी लोगों और सशस्त्र प्रतिरोध के सदस्यों के खिलाफ किसी भी इजरायली हमले के खिलाफ चेतावनी भी दी गई। बयान में कहा गया है कि पीछे नहीं हटना है, कोई झिझक नहीं है और यह दो आंदोलनों और अन्य सभी गुटों के बीच उच्च समन्वय के तहत जारी रहेगा। हमारी प्रतिक्रिया दृढ़, निर्णायक और एकजुट होगी।
पांच अगस्त को इजरायली लड़ाकू विमानों ने तीन दिनों तक पीआईजे के ठिकानों पर ताबड़तोड़ हवाई हमले किए, जिसमें दो लोग मारे गए। इसके जवाब में गाजा के आतंकवादियों ने भी इजरायल पर रॉकेट दागे। हमास लड़ाई के दौर में शामिल नहीं हुआ, जो मिस्र द्वारा सात अगस्त को इजरायल और पीआईजे के बीच युद्धविराम की मध्यस्थता के बाद समाप्त हुआ।
पीआईजे, को यूरोपीय संघ और अमेरिका द्वारा एक आतंकवादी संगठन के रूप में वर्गीकृत किया गया है। कनाडा, यूरोपीय संघ, इजराइल, जापान, ऑस्ट्रेलिया, यूके और यूएन ने हमास को एक आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया है।