रूस यूक्रेन जंग में तटस्‍थता की नीति पर कायम रहेगी सरकार, पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कही ये बात

पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कही बात

Update: 2022-06-14 14:36 GMT
इस्लामाबाद, एजेंसी। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान की रूस यात्रा और उसके बाद उनके खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव के बीच कोई संबंध होने से इन्कार किया है। सोमवार को विदेश मंत्री ने कहा कि अगर इसमें कोई संबंध होता तो पूर्ववर्ती और वर्तमान सरकार में रूस को लेकर अलग नीति होती। जियो न्यूज के अनुसार, संसद के बाहर पत्रकारों से बातचीत में विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर पाकिस्तान तटस्थ है और आगे भी रहेगा।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का मानना है कि इस युद्ध का कूटनीति और संवाद के जरिये अंत होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने आरोप लगाया था कि उनकी रूस यात्रा के बाद विपक्ष और अमेरिका ने मिलकर उनके खिलाफ षड्यंत्र किया और अविश्वास प्रस्ताव लाकर उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया। इसके पूर्व पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने इस साल फरवरी में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रूस यात्रा का बचाव किया था।
उनका कहना है कि इस बात की कोई संभावना नहीं है कि जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने रूस की यात्रा की तो उन्हें यूक्रेन पर आक्रमण करने की रूस की योजनाओं के बारे में पता था। विदेश मंत्री से यूक्रेन में रूसी आक्रमण की निंदा नहीं करने के लिए अमेरिका और यूरोप में निराशा की लहर पर मौजूदा सरकार की नीति के बारे में कहा था कि मैं पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री का पूरी तरह से बचाव करूंगा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने बिना यह जाने कि संघर्ष शुरू हो जाएगा, अपनी विदेश नीति के हिस्से के तौर पर यात्रा की थी।
बता दें कि इमरान ने अपनी दो दिवसीय यात्रा के तहत 3 फरवरी को मास्को का दौरा किया था और यह वही समय था, जब रूस का अपने पड़ोसी देश यूक्रेन के साथ तनाव लगातार बढ़ रहा था और आखिरकार रूस ने यूक्रेन पर सैन्य अभियान के तहत हमला बोल दिया था। मार्च 1999 में नवाज शरीफ के देश की यात्रा के बाद से वह द्विपक्षीय यात्रा पर रूस की यात्रा करने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं।

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