संकट के बीच इमरान खान के लिए अच्छी खबर, PTI नेता सरदार तनवीर इलियास चुने गए POK के 14वें नए प्रधानमंत्री
सरदार अतीक अहमद खान, और राजा फारूक हैदर खान ने दो बार पीओके का कार्यालय संभाला था।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेता सरदार तनवीर इलियास को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) के 14 वें प्रधानमंत्री के रूप में निर्विरोध चुना गया है। इससे पहले सरदार अब्दुल कय्यूम नियाजी ने अपना इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद इमरान खान ने इलियास को पार्टी का उम्मीदवार बनाया था। इलियास ने पीटीआई की ओर से नामांकन पत्र जमा किए थे, जिन्हें विधानसभा सचिव ने वैध घोषित किया था।
दरअसल, द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान ने इलियास को पीओके में पीएम पद के लिए पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नामित किया था। वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) ने संयुक्त रूप से चौधरी यासीन को पीएम पद के लिए मैदान में उतारा था। हालांकि, सोमवार के सत्र में भी हंगामा हुआ। जिसमें एकजुट विपक्ष ने पीओके क्षेत्र के लिए प्रधानमंत्री चुनाव के सत्र का बहिष्कार किया। चुनाव की दौड़ में कोई उम्मीदवार नहीं होने से इलियास ने अपने पक्ष में 33 वोट हासिल किए।
पीओके के पीएम का चुनाव संविधान के अनुच्छेद 13 और विधानसभा के नियम 15 के तहत हुआ था। पीटीआई 32 सदस्यों के साथ सदन में आगे चल रही थी और उसे मुस्लिम सम्मेलन का समर्थन प्राप्त था। सूत्रों के अनुसार, नियाजी के अपने पद से इस्तीफा देने का कदम पार्टी के भीतर उनके खिलाफ विद्रोह के मद्देनजर आया है। जिसमें उनकी ही पार्टी द्वारा उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था। मंगलवार को पीओके में सत्तारूढ़ पीटीआई के कम से कम 25 सदस्यों ने अपने ही पीएम नियाजी के खिलाफ पार्टी के घोषणापत्र को लागू करने में विफल रहने और गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव दायर किया था। कहा गया कि पार्टी घोषणापत्र, कुप्रबंधन, भाई-भतीजावाद और योग्यता के उल्लंघन के कारण नियाज़ी ने संसदीय दल का विश्वास खो दिया है।
वहीं, पीटीआई विधायकों ने पीएम पद के लिए सरदार तनवीर इलियास के नाम का प्रस्ताव रखा था। आपको बता दें कि पीओके के पहले प्रधानमंत्री 5 जुलाई 1975 को खान अब्दुल हमीद खान चुने गए थे। पीओके में 1985 से संसदीय प्रणाली है। सरदार सिकंदर हयात, सरदार अतीक अहमद खान, और राजा फारूक हैदर खान ने दो बार पीओके का कार्यालय संभाला था।