जर्मनी के चांसलर शोल्ज ने कहा- यूक्रेन को जल्द भेजे जाएंगे एयर डिफेंस सिस्टम
यूक्रेन को जल्द भेजे जाएंगे एयर डिफेंस सिस्टम
बर्लिन, रायटर्स। जर्मनी की ओर से यूक्रेन को IRIS-T एयर डिफेंस सिस्टम दिए जाने हैं। इस क्रम में चांसलर ओलाफ शोल्ज (Olaf Scholz) ने बुधवार को कहा कि उनका देश जल्द ही यूक्रेन को आधुनिक विमान रोधक मिसाइलों और रडार प्रणाली की आपूर्ति करेगा। जर्मनी ने हथियारों की आपूर्ति की यह घोषणा ऐसे समय में की है जब यूक्रेन को रूस से बचाने में मदद करने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं करने को लेकर जर्मनी की आलोचना हो रही है।
शोल्ज ने आज सांसदों को बताया कि सरकार ने यूक्रेन को आधुनिक आईआरआईएस-टी मिसाइलें देने का फैसला किया है। यह मिसाइल जर्मनी ने उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के अन्य सदस्य देशों के साथ मिलकर विकसित की हैं। उन्होंने कहा कि जर्मनी दुश्मन के तोपखाने का पता लगाने में मदद करने के लिए यूक्रेन को रडार प्रणाली भी मुहैया कराएगा।
जर्मनी की ओर से हथियारों की आपूर्ति की यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब यूक्रेन की सेना डोनबास के पूर्वी औद्योगिक क्षेत्र को बचाने के लिए रूसी सेना के साथ युद्ध कर रही है। रूसी सेना इस युद्ध में कुछ विफलताओं का सामना करने के बाद अब डोनबास के उन महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है, जहां मास्को समर्थित अलगाववादी सक्रिय नहीं हैं।
दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश जर्मनी के चांसलर ने फरवरी में सैन्य विस्तार पर 100 अरब यूरो खर्च करने की घोषणा की थी। साथ ही जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का दो प्रतिशत प्रतिवर्ष सुरक्षा पर खर्च करने की घोषणा की थी। चार ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था वाले देश में यह बड़ी धनराशि होगी। अमेरिका नाटो के सदस्य देशों से जीडीपी का दो प्रतिशत सुरक्षा पर खर्च करने के लिए काफी समय से दबाव डाल रहा है। लेकिन यूक्रेन युद्ध ने यूरोपीय देशों को इस बारे में निर्णय लेने के लिए बाध्य कर दिया है। जर्मनी में रक्षा खर्च बढ़ाने के लिए संवैधानिक व्यवस्था में बदलाव की जरूरत है। इससे संबंधित प्रस्ताव को संसद के दोनों सदनों में दो तिहाई बहुमत से पारित करवाना होगा।