बूचा नरसंहार पर ट्वीट को लेकर फ्रांस ने रूसी राजदूत को किया तलब, तस्वीरों को बताया था बनावटी
रूस और यूक्रेन के बीच भीषण युद्ध अब तक जारी है. यूक्रेन के कई शहर लहूलुहान हो चुके हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रूस और यूक्रेन के बीच भीषण युद्ध अब तक जारी है. यूक्रेन के कई शहर लहूलुहान हो चुके हैं. बूचा शहर में हुए नरसंहार को लेकर रूस दुनिया के कई देशों के निशाने पर आ गया है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से रूस को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. इस बीच फ्रांस भी काफी सख्त नजर आ रहा है. फ्रांस ने रूस के राजदूत के इस ट्वीट को लेकर उन्हें यहां तलब किया है, जिसमें कहा गया है कि यूक्रेन के बूचा शहर में नागरिकों के मारे जाने की तस्वीरें बनावटी हैं. न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां-यवेस ले द्रायन ने ट्वीट को अशोभनीय करार दिया है. गुरुवार को किया गया यह ट्वीट बाद में हटा दिया गया था लेकिन इसे फ्रांस की कई मीडिया प्रकाशित या फिर प्रसारित कर चुका था.
बूचा नरसंहार पर फ्रांस ने रूसी राजदूत को किया तलब
यूक्रेन के बूचा में एक सड़क को एक टैंक और कई पत्रकारों के साथ दिखाया गया था और नीचे तस्वीर के बारे में ''फिल्म सेट'' लिखा हुआ था. बता दें कि यूक्रेन में युद्ध को कवर कर रही मीडिया ने कीव के उपनगर बूचा की दिल दहला देने वाली तस्वीरें जारी की हैं जिनमें शहर में यूक्रेनी नागरिकों के शव बिखरे पड़े हैं. इस शहर पर रूसी सैनिकों ने मार्च में कब्जा कर लिया था. बता दें कि यूक्रेन के बूचा शहर में बड़े स्तर पर लोगों के नरसंहार का मामला उजागर हुआ है.
बूचा नरसंहार पर बुरी तरह घिरा रूस
यूक्रेन के बूचा शहर में नरसंहार को लेकर रूस की दुनियाभर में कड़ी आलोचना हो रही है. बूचा नरसंहार में बहुत ही दर्दनाक तस्वीरें सामने आईं थी. यूक्रेन का दावा है कि कई शव ऐसे मिले थे जिनके हाथ पीछे बंधे हुए थे. वहीं क्रेमलिन की ओर से ये कहा जा रहा है कि ये मौतें या तो बनावटी थीं या फिर यूक्रेनी सैनिकों द्वारा की गई थीं. गौरतलब है कि 24 फरवरी से लगातार रूसी सैनिकों द्वारा किए जा रहे हमले से यूक्रेन के शहर बर्बाद हो चुके हैं. सैकड़ों निर्दोष लोगों की जानें जा चुकी हैं. कई इमारतें, स्कूल और अस्पताल बमबारी में जमींदोज हो चुके हैं.