सिंगापुर में विदेशियों पर मंडराया खतरा! वित्त मंत्री बोले- देश कामगारों को अस्वीकार नहीं कर रहे, बल्कि उनके रोजगार की जांच कर रहे
सिंगापुर के वित्त मंत्री लॉरेंस वोंग ने कहा कि उनका देश विदेशी कामगारों और पेशेवरों को अस्वीकार नहीं कर कर रहा है, बल्कि उनके रोजगार की जांच कर रहा है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सिंगापुर (Singapore) के वित्त मंत्री लॉरेंस वोंग (Finance Minister Lawrence Wong) ने कहा कि उनका देश विदेशी कामगारों और पेशेवरों को अस्वीकार नहीं कर कर रहा है, बल्कि उनके रोजगार की जांच कर रहा है. उन्होंने स्पष्ट किया कि पिछले शुक्रवार को 2022 के बजट में विदेशी कामगारों (Foreign Workers) पर पेश की गई सख्ती की नीति 'जांच संबंधी है', ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि ये कामगर पर्याप्त कुशल हैं. वोंग ने इसके साथ ही कहा कि सिंगापुर को एक समाज और एक अर्थव्यवस्था के रूप में हमेशा उदार होना चाहिए.
उल्लेखनीय है कि विभिन्न क्षेत्रों में निपुण कर्मचारियों की उच्च मांग के कारण एक छोटे प्रौद्योगिकी व्यवसाय के मालिक के लिए प्रतिभाशाली कर्मचारियों को खोजना और उन्हें प्रतिस्पर्धी वेतन देना मुश्किल हो गया है. इसलिए उन्होंने इंडोनेशिया और भारत में श्रमिकों को काम पर रखने का सुझाव दिया है, जो अपने देश से ही उनके लिए काम कर सकें. वोंग ने कहा कि विदेशी कामगार नीति में संशोधन से कुशल कर्मचारियों को रखने में बाधा उत्पन्न नहीं होगी और वह अब भी रोजगार पास के जरिए उनकी सेवा ले सकते हैं.
प्रोत्साहित करने पर बोले वोंग
'चैनल न्यूज एशिया' ने वोंग के हवाले से कहा 'बल्कि, हम आपको प्रोत्साहित करते हैं, बाहर जाएं और रोजगार पास पर कर्मियों को रखें, उन्हें दुनिया भर से सिंगापुर लाएं और सिंगापुर की टीम की क्षमता बढ़ाएं, ताकि वे एकसाथ मिलकर एक बेहतरीन टीम बना सकें. लेकिन कुछ कम वेतन वाले काम होंगे जो अब सिंगापुर में संभव नहीं हैं. और इनमें से कुछ नौकरियां वास्तव में या ऐसे कुछ काम विदेशों में बेहतर तरीके से किए जा सकते हैं.'
लागत और मजदूरी पर बोले वोंग
इस मामले में कंपनियों को अपने संचालन के पुनर्गठन के बारे में सोचना चाहिए. वोंग ने कहा, लागत और मजदूरी 'एक ही सिक्के के दो पहलू' हैं. मंत्री ने कहा, 'हम सभी सिंगापुरवासियों के वेतन में वृद्धि की बात करते हैं. लेकिन अगर हम सिंगापुर में लागत कम करते हैं, तो सिंगापुर के लोगों की मजदूरी कैसे बढ़ेगी? तो, यह वो दुविधा है जिसका हम सामना करते हैं, है ना?' मंत्री ने कहा कि इसका मतलब है कि सरकार को फिर से उच्च लागत और सिंगापुर के श्रमिकों को अधिक भुगतान करने के बीच संतुलन बनाना होगा.