'जिहादी दुल्हन' को सता रहा मौत का डर, अब ब्रिटेन लौटने के लिए बेताब
'जिहादी दुल्हन' के नाम से जानी जाने वाली शमीमा बेगम को डर सता रहा है कि जब उसके आतंकी अपराधों के लिए मुकदमा चलेगा तो उसे मार डाला जाएगा. इसलिए अब शमीमा जल्द ही सीरिया को छोड़कर ब्रिटेन जाना चाहती है.
'जिहादी दुल्हन' के नाम से जानी जाने वाली शमीमा बेगम को डर सता रहा है कि जब उसके आतंकी अपराधों के लिए मुकदमा चलेगा तो उसे मार डाला जाएगा. इसलिए अब शमीमा जल्द ही सीरिया को छोड़कर ब्रिटेन जाना चाहती है. सूत्रों का कहना है कि 22 वर्षीय पूर्व ब्रिटेन निवासी शमीमा को जल्द ही आतंकी आरोपों का सामना करना होगा क्योंकि अधिकारियों ने उसके आईएस से संबंधों की जांच का आदेश दिया है.
द सन की रिपोर्ट के अनुसार, शमीमा के खिलाफ आरोप है कि उसने ISIS आतंकवादियों के लिए आत्मघाती हमलावरों को बनाने में मदद की.
शमीमा बेगम की सच्चाई सामने आने के बाद साल 2019 में उसकी ब्रिटिश नागरिकता को खत्म कर दिया गया था.
वर्तमान में वह सीरिया के रोजावा में एक शरणार्थी शिविर में हैं. यह एक स्वशासित क्षेत्र है जो सीरियाई शासन के नियंत्रण में नहीं है.
शमीमा के दोस्तों ने कहा है कि उसे वहां की न्याय प्रणाली में बहुत कम विश्वास है और वह ब्रिटेन लौटने के लिए बेताब है.
एक सूत्र ने कहा, 'शमीमा बेगम को लग रहा है कि अगर सीरिया में आतंकवाद के अपराधों का मुकदमा चलाया जाता है और उसे दोषी पाया जाता है तो उसे मार दिया जाएगा.'