वह बताती हैं, "मैं फोन पर (ब्रोकर) टीडी अमेरिट्रेड की टीम के साथ बात कर ही थी और उनसे कह रही थी कि मुझे थोड़ा और टाइम दे दो. लेकिन बात अब यह हो गई थी कि या तो मैं खुद बेचूं या फिर वे मेरे शेयर बेच देंगे." आखिरकार एमिली को 6 लाख 70 हजार डॉलर (आज की तारीख में करीब पांच करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ. एमिली कहती हैं कि यह बर्बाद कर देने वाला नुकसान था. वह बताती हैं, "मैं सो नहीं पा रही थी." 2019 के आखिर में उन्होंने अपनी अच्छी-खासी नौकरी छोड़ दी थी क्योंकि वह पूरा वक्त शेयर ट्रेडिंग करना चाहती थीं. अब वह एक डिलीवरी ड्राइवर के तौर पर काम करती हैं. अनुभवहीनता का नुकसान एमिली की कहानी बताती है कि अचानक मुनाफा कमाने की सारी कहानियों का अंत सुखद नहीं होता. अनुभवहीन निवेशक जब चढ़ते बाजार से आकर्षित होकर निवेश करते हैं तो उनके हाथ जल भी सकते हैं. लेकिन यह भी एक सच्चाई है कि 2021 ऐसे छोटे निवेशकों का ही साल रहा जिन्होंने इस चढ़ते बाजार से खूब धन कमाया. जिस टीडी अमेरिट्रेड के जरिए एमिली ट्रेड कर रही थीं, उनका कहना है कि इस साल उनके यहां 60 लाख नए अकाउंट बने हैं. लंदन में रहने वाले बेन फिलिप्स 30 साल के हैं. वह पेशे से पायलट हैं और 2019 में उन्होंने ट्रेडिंग शुरू की.
वह खुद को लंबे समय के लिए निवेश करने वाला ट्रेडर कहते हैं जो "मजे के लिए रोजाना ट्रेडिंग भी करता है." फिलिप्स कहते हैं, "कोई भी इस पाई में से अपना हिस्सा ले सकता है." जब कहीं और रिटर्न नहीं मिल रहा था तो फिलिप ने ट्रेडिंग शुरू की थी. पिछले साल मार्च में जब टेस्ला में भारी बिक्री हुई तो उन्हें भी नुकसान हुआ लेकिन यूट्यूब पर वीडियो देखकर उन्होंने सीखा है कि जब स्टॉक गिर रहा हो तो खरीदना चाहिए. इसका उन्होंने पालन किया और उनका निवेश चार गुना हो चुका है. वह कहते हैं कि टेस्ला को वह दस साल तक नहीं बेचेंगे. रिटेल ट्रेडिंग तो चलेगी जेपी मॉर्गन में रणनीतिकार निकोलाओस पनीगित्सोगलू कहते हैं कि रिटेल में आई लहर इसकी मुख्य वजह है. वह बताते हैं, "मोमेंटम ट्रेडर के रूप में रिटेल निवेशक शेयर बाजारों को ऊपर चढ़ाते रहेंगे, कम से कम अगले साल तो. उनके पास कोई और विकल्प नहीं होगा क्योंकि ब्याज दरें जीरो के आसपास ही रहेंगी." इस साल अब तक ये रिटेल ट्रेडर 281 अरब डॉलर के अमेरिकी स्टॉक खरीद चुके हैं. 2020 में यह आंकड़ा 240 अरब डॉलर था जबकि 2019 में सिर्फ 38 अरब डॉलर. ऐसे निवेशकों की ज्यादा दिलचस्पी टेस्ला, नियो, एप्पल, अमेजॉन और गेमस्टॉप जैसे शेयरों में रही है लेकिन अब ये दूसरी कंपनियों की ओर भी देख रहे हैं. रूस के मॉस्को एक्सचेंज का कहना है कि 2.6 करोड़ रिटेल अकाउंट रजिस्टर हो चुके हैं, जो 2020 की शुरुआत से चार गुना ज्यादा हैं.
भारत में नवबर में 19 प्रतिशत ट्रेडिंग मोबाइल से हुई, जो रिटेल ट्रेडिंग का ही एक संकेत है. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का कहना है कि 2019 के नवंबर में यह 7 प्रतिशत थी. धीमी हो रही है रफ्तार एक बार उछाल के बाद पिछले कुछ महीनों में रिटेल एक्टिविटी में कमी देखने को मिल रही है, जो केंद्रीय बैंकों के ब्याज दर बढ़ाने के संकेतों का असर हो सकता है. ब्रोकरेज प्लैटफॉर्म ई-तोरो के मुताबिक साल की तीसरी तिमाही में 10.6 करोड़ ट्रेड हुए, जो पहली तिमाही से आधा है. हालांकि 2019 के 6.3 करोड़ ट्रेड से यह फिर भी बहुत ज्यादा है. उत्तरी इंग्लैंड में रहने वाले 24 साल के डैन ने गेमस्टॉप के मीम स्टॉक से एक हजार पाउंड कमाए थे. हालांकि तब से डे-ट्रेडिंग छोड़ चुके हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह 'किस्मत का खेल' है. उन्होंने निवेश के बारे में जानकारी हासिल की है और अब संभलकर ट्रेड करते हैं. वैसे ही एमिली भी ट्रेड करती हैं लेकिन बहुत देखभाल कर. उन्हें उम्मीद है कि एक दिन वह अपने नुकसान की भरपाई कर लेंगी.