रूस के हमले की आशंकाओं के बीच यूक्रेन में लगी इमरजेंसी, डोनेट्स्क की तरफ बढ़ रही सेना
रूसी आक्रमण के डर से यूक्रेन ने बुधवार को आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी और रूस में रहने वाले अपने नागरिकों को वापस आने के लिए कहा है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रूसी आक्रमण के डर से यूक्रेन ने बुधवार को आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी और रूस में रहने वाले अपने नागरिकों को वापस आने के लिए कहा है। दूसरी ओर, रूस ने कीव में अपने दूतावास को खाली करने का आदेश दिया है क्योंकि दोनों देशों के सैनिक बड़ी संख्या में पूर्वी यूक्रेन में संपर्क रेखा पर तैनात हैं। यूरोपीय संघ ने यूक्रेन में दो अलग-अलग क्षेत्रों को स्वतंत्र संस्थाओं के रूप में मान्यता देने के बाद रूस के खिलाफ कार्रवाई के अगले कदम का फैसला करने के लिए एक आपातकालीन शिखर सम्मेलन बुलाया है। इस बीच, रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण की योजना से इनकार किया है और पश्चिम की चेतावनियों को रूसी विरोधी उन्माद बताया है।
बुधवार को यूक्रेन ने 30 दिनों के लिए आपातकाल की घोषणा की और रूस में रह रहे अपने नागरिकों को वापस आने के लिए कहा है। यूक्रेन की पूर्वी सीमा पर गतिरोध जारी रहने पर आपातकाल को 30 दिनों के लिए और बढ़ाया जा सकता है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के हवाले से रायटर ने कहा, "रूस के अगले कदम की भविष्यवाणी मैं नहीं कर सकता हूं। यह अलगाववादी या रूसी राष्ट्रपति के व्यक्तिगत फैसले पर निर्भर करता है।"
आपातकाल की स्थिति की घोषणा के साथ यूक्रेनी राज्यों के पास अब परिवहन पर प्रतिबंध लगाने, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के लिए अतिरिक्त सुरक्षा और हमलों पर प्रतिबंध लगाने की शक्तियां हैं। कर्फ्यू और अन्य उपायों को लागू करने के बारे में क्षेत्रीय अधिकारी निर्णय ले सकते हैं। आपातकाल के अलावा, यूक्रेन ने लड़ने की उम्र के सभी पुरुषों के लिए अनिवार्य सैन्य सेवा भी मांगी है।
यूरोपीय संघ आयोजित करेगा आपातकालीन शिखर सम्मेलन
यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा के लिए यूरोपीय संघ के नेता गुरुवार को एक आपातकालीन शिखर सम्मेलन करेंगे। रॉयटर्स ने यूरोपीय संघ परिषद के प्रमुख चार्ल्स मिशेल के हवाले से कहा, "यह महत्वपूर्ण है कि हम एकजुट और दृढ़ रहें और संयुक्त रूप से अपने सामूहिक दृष्टिकोण और कार्यों को परिभाषित करें।" मिशेल ने कहा कि यूरोपीय संघ की बैठक के एजेंडे में "हम नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की रक्षा कैसे करते हैं; हम रूस के साथ कैसे व्यवहार करते हैं, विशेष रूप से रूस को उसके कार्यों के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं; हम कैसे यूक्रेन और उसके लोगों का समर्थन करेंगे।"
दो सैन्य काफिले डोनेट्स्क की ओर बढ़ने का दावा
बुधवार को पूर्वी यूक्रेन के अशांत क्षेत्र में रूस की ओर से दो सैन्य काफिलों को डोनेट्स्क की ओर बढ़ने का दावा किया गया। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बुधवार को प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से कहा कि आधुनिक सैन्य सामग्री से लैस दो काफिले तेजी से डोनेट्स्क की ओर बढ़ रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि इन काफिलों में शामिल सैन्य वाहनों में किसी देश का प्रतीक चिन्ह नहीं है।
इसी बीच बुधवार को कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि उन्होंने रूसी सीमा की तरफ से डोनेट्स्क की ओर दो सैन्य काफिलों को बढ़ते देखा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो आधुनिक सैन्य सामग्री से लैस इन काफिलों में सैन्य वाहनों पर किसी देश के प्रतीक चिन्ह नहीं हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि एक काफिले में नौ टैंक और पैदल सैनिक शामिल थे, तो वहीं दूसरे काफिले में ट्रक और ईंधन टैंकर शामिल थे। ज्ञात रहे कि युद्ध की आशंका को देखते हुए यूक्रेन ने बुधवार को देश में 30 दिन के आपातकाल का ऐलान किया है। वहीं रूस ने अपने नागरिकों से यूक्रेन छोड़ने को कहा है। माना जा रहा है कि रूसी सेना पूर्वी अशांत क्षेत्र में अपने सैनिकों की तैनाती कर रही है। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।