Elon Musk को बड़ा झटका, NASA ने स्पेसएक्स के नए 2.9 बिलियन डॉलर के 'लूनर लैंडर' सौदे को किया सस्पेंड
मंगल पर ले जाने को लेकर अभी पूरी तरह सक्षम नहीं है. अभी इस पर काम जारी है.
अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने स्पेसएक्स (SpaceX) के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) को बड़ा झटका दे दिया है. दरअसल, NASA ने स्पेसएक्स के नए 2.9 बिलियन डॉलर (लगभग 21 हजार करोड़ रुपये) के 'लूनर लैंडर' सौदे को सस्पेंड कर दिया है. NASA की तरफ से ये कदम तब उठाया गया है जब एक फेडरल वॉचडॉग एजेंसी ने इस सौदे को लेकर दो कंपनियों द्वारा विरोध दर्ज कराने की जानकारी दी. इसमें एक दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और अमेजन के मालिक जेफ बेजोस (Jeff Bezos) की कंपनी है.
'ह्यूमन लैंडिंग सिस्टम' (HLS) को स्थगित करने की वजह से स्पेसएक्स को तुरंत 21 हजार करोड़ रुपये की राशि का पहला हिस्सा जल्द नहीं मिलने वाला है. ये राशि तभी मिलेगी जब 'गवर्नमेंट अकाउंटेबिलिटी ऑफिस' (GAO) इन दोनों विरोधों को लेकर कोई निर्णय लेता है. सौदे के सस्पेंड होने से स्पेसएक्स आमतौर पर किसी सौदे के दौरान NASA संग होने वाली शुरुआती बातचीत को भी नहीं कर पाएगा.
'ब्लू ऑरिजन' और 'डायनेटिक्स' ने किया है सौदे का विरोध
NASA ने एलन मस्क की स्पेसएक्स कंपनी को 'ह्यूमन लूनर लैंडर' बनाने के लिए 16 अप्रैल को चुना था. इस सौदे के होते ही विवाद शुरू होने लगे थे, क्योंकि स्पेस इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का मानना था कि ऐसे हाई-प्रोफाइल सौदे के लिए NASA को एक कंपनी के ऊपर निर्भर नहीं रहना चाहिए. इसका परिणाम ये हुआ कि इस सौदे की दौड़ में शामिल रही बेजोस की कंपनी 'ब्लू ऑरिजन' और 'डायनेटिक्स' ने NASA द्वारा स्पेसएक्स संग सौदा किए जाने का 'गवर्नमेंट अकाउंटेबिलिटी ऑफिस' के समक्ष विरोध जताया.
GAO के शिकायतों के निपटारे तक सौदे पर रोक
'ब्लू ऑरिजन' ने आरोप लगाया कि NASA ने आखिरी पल में गलत तरीके से इस सौदे को किया और एजेंसी ने स्पेसएक्स को चुनकर 2024 की मून लैंडिंग टाइमलान को खतरे में डाला. दूसरी ओर, NASA की प्रवक्ता मोनिका विट ने एक बयान में कहा, GAO के समक्ष दर्ज करवाए गए विरोध को देखते हुए NASA ने स्पेसएक्स को निर्देश दिया कि HLS सौदे को सस्पेंड कर दिया गया है. जब तक GAO इस खरीद से संबंधित सभी बकाया मुकदमों को हल नहीं करता लेता है, तब तक इसमें कोई प्रगति नहीं होगी.
…तो NASA ने इसलिए स्पेसएक्स के साथ किया सौदा
NASA के सोर्स सेलेक्शन दस्तावेजों के मुताबिक, स्पेसएक्स की स्टारशिप (Starship) को NASA ने इसलिए चुना था क्योंकि इसकी माल ले जाने की क्षमता सबसे अधिक थी और इसने 2.9 बिलियन डॉलर की बोली लगाई, जो 'ब्लू ऑरिजन' और 'डायनेटिक्स' से कम था. हालांकि, यहां गौर करने बात ये है कि स्पेसएक्स की स्टारशिप रियूजेबल रॉकेट सिस्टम इंसान और सामान को चांद या मंगल पर ले जाने को लेकर अभी पूरी तरह सक्षम नहीं है. अभी इस पर काम जारी है.