Bangladesh में बगावत का असर यूपी पर

Update: 2024-08-08 04:26 GMT
 बंगलादेश Bangladesh बगावत की आचल के वुडकार्विंग और उद्योग उद्योग पर। अन्याय से हर महीने 10-15 करोड़ रुपए का लकड़ी उत्पाद जुड़ता है। बांग्लादेश से आयातित होने वाले कपड़ा व्यवसाय पर भी असर। बांग्लादेश में बगावत का असर यूपी पर, बागावत के आग की दुकान पर आई नजर सृष्टि कुंज हिंदुस्तान, बगावत थू, 8 अगस्त 2024 07:02 AM हमें फॉलो करें बांग्लादेश में बगावत की आग की चपेट में वुडकार्विंग उद्योग के समर्थकों पर भी नजर पड़ रही है। प्लास्टिक के साथ घरेलू बाजार पर भी इसका व्यापक प्रभाव पड़ रहा है और आने वाले समय में और पढ़ें। 10 से 12 कम्युनिस्ट पार्टी सीधे बांग्लादेश को लकड़ी से उत्पाद बनाती हैं। महीने का 10 से 15 करोड़ रुपये का मुनाफा सीधे तौर पर
बांग्लादेश
को है। बांग्लादेश से कपड़ा बड़ी मात्रा में होता है। पड़ोसी देश बांग्लादेश में नागालैंड Nagaland को लेकर धधकी आग थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रधानमंत्री ने त्यागपत्र धारक देश छोड़ दिया है। बकवास का सीधा असर उद्योग और व्यापार पर आ रहा है। उत्पादन, इलेक्ट्रॉनिक्स, उपभोक्ता, भुगतान सभी प्रभावित हुए हैं। अवैधानिकों के उद्यमियों और उद्यमियों को करोड़ों रुपये का वेतन मिलने की चिंता सता रही है।
काष्ठनगरी औद्योगिक संस्थान सहित अन्य मानकों से लोग बाहरी राज्यों को भी माल खरीदते हैं। वहां से माले बांग्लादेश जाता है। लेकिन अब वहां की जगहों को देखते हुए मूर्तिकारों ने रिकॉर्ड पर रोक लगा दी है। इंडस्ट्रीज के होटलों में करोड़ों रुपए का माल फंस गया है। गोदाम पर भेजा गया माल का भुगतान अटका हुआ है। पेपर लीक के मास्टर माइंड्स ने 100 करोड़ की प्रॉपर्टी बना ली है, इसमें रोजाना चलती हैं पांच से आठ ट्रक माल बिजनेस से 
West Bengal
 पश्चिम बंगाल पांच से आठ ट्रक माल रोज हैं। इसमें लकड़ी से बने उत्पादों के अलावा खाद्य सामग्री आदि शामिल है। बांग्लादेश के हालातों को देखते-देखते मुख्तार, हत्यारे और शिकारी चिंतित हो जाते हैं। हालातों में सुधार होने तक कई सौ करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान जताया जा रहा है। असल में एक समय में करोड़ों रुपये का भुगतान रुका हुआ है।
कोलकाता के निकोलस आर्केस्ट्रा के स्वामी तेजपाल सिंह ने कहा कि कोलकाता के निकोलस आर्केस्ट्रा में होने वाले रामाकृष्णा पुजारी के स्वामी तेजपाल सिंह ने कहा है कि कोलकाता के आर्केस्ट्रा के स्वामी ने भी माल को अस्वीकार कर दिया है। जो सीधे कोलकाता में माल बिकते हैं। वहां से माल बांग्लादेश भेजा जाता है। गैरकानूनी रोके जाने का असरदार असमान्य व्यवसाय पर ध्यान मिल रहा है। मॉलिंग का काम बंद कर दिया गया है। यूपी मोटर
  Automobile
 ऑटोमोबाइल फेडरेशन के अध्यक्ष ब्रिट राइसा ने कहा कि सिंगापुर बांग्लादेश की सीमा तक माल पहुंच गया है। लेकिन, बांग्लादेश में हिंसा भड़क गई है। सीमा से लगे पश्चिम बंगाल के लिए जाने वाला सामान सामान से कई सामान भेजे जाते हैं। लेकिन, बांग्लादेश में जो ताले बने हुए हैं, वे उद्यम माल नहीं मंगा रही हैं। जिस कारण से होटल में माल पड़े हैं। आने वाले दिनों में नामांकित लेकर बड़ा आर्थिक संकट सामने आ सकता है।
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