अफगानिस्तान में भूकंप से परिवार के सभी लोगों की मौत, अकेली जिंदा बची ये 3 साल की नन्ही बच्ची, तस्वीर हुई वायरल
अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में भूकंप ने जमकर तांडव मचाया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में भूकंप (Afghanistan Earthquake) ने जमकर तांडव मचाया है. इससे यहां अभी तक 1000 लोगों की मौत हो गई है और हजारों अन्य लोग घायल हुए हैं. इस बीच एक करीब 3 साल की बच्ची की तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है. ये कहा जा रहा है कि बच्ची के पूरे परिवार की भूकंप में मौत हो गई है और वह अकेली बची है. लोग सोशल मीडिया पर ये तस्वीर देख काफी भावुक हो रहे हैं. तस्वीर में मासूम के चेहरे पर मिट्टी लगी हुई है. वहीं बच्ची के पीछे भूकंप (Death in Afghanistan Earthquake) की वजह से ढहे उसके घर का मलबा दिख रहा है.
इस तस्वीर को ट्विटर पर अफगानिस्तान के पत्रकार सैयद जियारमल हाशमी ने पोस्ट किया है. उन्होंने तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा है, 'यह नन्ही बच्ची शायद अपने परिवार में अकेली जीवित बची सदस्य है. स्थानीय लोगों ने कहा कि उन्हें इसके परिवार का कोई सदस्य जीवित नहीं मिला है. यह दिखने में करीब 3 साल की लगती है.' यही ट्वीट अब वायरल हो गया है. लोग इसपर खूब अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. बता दें अफगानिस्तान में आए शक्तिशाली भूकंप में काफी संख्या में लोगों की मौत पर शोक प्रकट करते हुए बुधवार को भारत ने वहां के लोगों को सहायता एवं समर्थन देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की थी.
भूकंप में बच्ची के पूरे परिवार की मौत
पीएम मोदी ने गहरा दुख व्यक्त किया
अफगानिस्तान के पूर्वी पक्तिका प्रांत में आए भूकंप में 1000 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबरें आई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा पर गहरा दुख जताया था. पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा था कि भारत, अफगानिस्तान के लोगों के मुश्किल समय में उनके साथ खड़ा है और जल्द से जल्द हर संभव आपदा राहत सामग्री उपलब्ध कराने के लिए तैयार है. यह आपदा देश पर ऐसे समय में आई है, जब अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद तालिबान के देश को अपने नियंत्रण में लेने के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने अफगानिस्तान से दूरी बना ली है.
इस स्थिति के कारण 3.8 करोड़ की आबादी वाले देश में बचाव अभियान को अंजाम देना काफी मुश्किल भरा होने का अंदेशा है. अफगानिस्तान के राजदूत फरीद मामुंदजई ने इस कठिन समय में एकजुटता एवं समर्थन प्रकट करने के लिए भारत की सराहना की. वहीं अफगानिस्तान में सत्तारूढ़ तालिबान ने भी अंतरराष्ट्रीय मदद की अपील की है. तालिबान के सत्ता में आने के बाद पहली बार अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास में एक तकनीकी दल को गुरुवार को तैनात किया गया, जो मानवीय सहायता की आपूर्ति में विभिन्न पक्षकारों के साथ समन्वय एवं करीबी निगरानी करेगा. विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी है.