पाकिस्तान में बाढ़ की वजह से हालात बद से बदतर, खैबर पख्तूंख्वांं के चार जिलों में इमरजेंसी घोषित
पाकिस्तान में भारी बारिश और बाढ़ ने कई इलाकों में तबाही मचाई हुई है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान में भारी बारिश और बाढ़ ने कई इलाकों में तबाही मचाई हुई है। कई नदियां उफान पर। कई पूल बाढ़ में बह चुके हैं और देशभर में बाढ़ से कई लोगों की मौत भी हुई है। भारी बारिश और बाढ़ को देखते हुए सरकार ने खैबर पख्तूंख्वां के चार जिलों में इमरजेंसी घोषित कर दी है। इस इलाके में हेलीकाप्टरों से खाने के पैकेज गिराए जा रहे हैं। कई लोगों को प्रभावित इलाकों से निकाला भी जा रहा है।
पंजाब के डेरा गाजी खान और रजनपुर जिले से दर्जनों परिवारों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। पंजाब के कुछ गांव तो बाढ़ की वजह से बुरी तरह से तबाह हो गए हैं। इतना ही नहीं पंजाब और बलूचिस्तान को जोड़ने वाला नेशनल हाईवे भी बाढ़ की वजह से बाधित है। प्रशासन की तरफ से हाईवे को दोबारा चालू करने की कवायद की जा रही है। गिलगिट बाल्टिस्तान के भी कई गांव बाढ़ में बह गए हैं
प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि डेरा इस्माइल खान, ऊपरी और निचले चितराल, ऊपरी कोहिस्तान में बाढ़ आने की, गिलिगिट बाल्टिस्तान में ग्लेशियर का पिघलना हो सकता है। होपर घाटी, नागर खास में भी कुछ गांव बाढ़ में बह गए हैं। बाढ़ की खराब हालत को देखते हुए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने प्रांतीय सरकारों के अधिारियों के साथ एक बैठक की है।
सरकार ने प्रभावित इलाकों के बचावकार्य युद्ध स्तर पर कराए जाने के आदेश दिए हैं। बैठक में शहबाज शरीफ ने प्रभावित इलाकों से सुरक्षित जगहों पर पहुंचाए गए लोगों के रहने के लिए 40 हजार टेंट, 1 लाख राशन के पैकेट, घरों को दोबारा बनाने और राहत पहुंचाने के लिए तुरंत जरूरी प्रावधान करने के भी दिशा निर्देश दिए हैं। इसके अलावा पीएम ने लोगों से पीएम रिलीफ फंड में बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए दिल खोलकर दान करने की भी अपील की है।
बाढ़ और भारी बारिश की वजह से Indus River का जलस्तर खतरे के निशान से कहीं ऊपर बह रहा है। प्रशासन के मुताबिक नदी में बाढ़ और बारिश की वजह से 5 लाख क्यूसिक से अधिक पानी है। प्रशासन का ये भी कहना है कि इस नदी में पानी के कम होने की उम्मीद 26 अगस्त के बाद ही है। बलूचिस्तान में भारी बारिश और बाढ़ की वजह से क्वेटा, शोहबातपुर, मुसाखेल, डूकी, डेरा बुग्ती,खुजदार, जाफराबाद, झाल गुग्सी और लोरालाए जिला सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।