दुबई ने 2018 में राजकुमारी लतीफा के बदले क्रिश्चियन मिशेल को किया था भारत के हवाले
बंदूक की नोक पर चुप रहने को कहा और शेखा लतीफा को ले गए, जबकि वह राजनीतिक शरण मांग रही थीं।
अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला मामले में बिचौलिया रहे व ब्रिटिश हथियार डीलर क्रिश्चियन मिशेल के भारत प्रत्यर्पण में दुबई की राजकुमारी शेखा लतीफा की अहम भूमिका रही थी। दरअसल, मिशेल को लतीफा के बदले भारत को सौंपा गया था। भारतीय सुरक्षाबलों ने फरार हुई लतीफा को पकड़कर वापस दुबई के राजा शेख मुहम्मद बिन राशिद को सौंपा था। यहां लतीफा को उसके पिता ने बंधक बनाकर रखा था।
मार्च 2018 में गोवा तट पर भारतीय सुरक्षाबलों ने लतीफा का जहाज जब्त कर लिया था। ठीक इसके बाद क्रिश्चियन मिशेल को दुबई से भारत प्रत्यर्पित करने में सफलता भी मिली थी। लतीफा के वर्षों तक अपने पिता से कड़वे रिश्ते रहे थे और उन्होंने दो बार भागने की कोशिश की थी।
लतीफा की बहन शमसा ने भी साल 2000 में 19 साल की उम्र में भागने की कोशिश की थी क्योंकि उन्हें इस बात गुस्सा था कि उनके पिता ने उन्हें यूनिवर्सिटी नहीं जाने दिया और दुबई में मानवाधिकारों का उल्लंघन किया। लेकिन उनके पिता के लिए इंग्लैंड में काम कर रहे लोग शमसा को वापस दुबई ले आए थे।
अगस्त 2018 में मिशेल का प्रत्यर्पण भारत तभी हो सका जब दुबई कोर्ट ने इसका आदेश दिया। लेकिन सूत्रों का दावा है कि मिशेल के भारत लाए जाने में दुबई की भगोड़ी राजकुमारी लतीफा के भारत द्वारा वापस सौंपे जाने ने अहम भूमिका निभाई थी। 2018 में इस पूरे घटनाक्रम के जानकारों ने इसे फरार राजकुमारी से जोड़ा था।
फरार शेखा लतीफा की रही अहम भूमिका
फरार शेखा लतीफा, यूएई के पीएम और दुबई के राजा शेख मुहम्मद बिन राशिद अल-माकतुम की बेटी हैं, जो साल 2018 की शुरुआत में दुबई से भाग गई थीं । बताते हैं कि वह पिछले सात सालों से भागने की कोशिश कर रही थीं।
राजकुमारी ने दुबई से भागने के लिए बोट का सहारा लिया और वह फ्रांस अमेरिकी हर्व जुआबर्ट की बोट से गोवा तक आ गई थी। लेकिन तट से महज 30 मील की दूरी पर उसकी बोट को भारतीय कोस्ट गार्ड ने पकड़ लिया। बताते हैं कि राजकुमारी के पकड़े जाने के बाद भारत सरकार और यूएई के राजा के बीच एक डील हुई।
इसके बाद उसे जबरदस्ती दुबई पहुंचाया गया। दुबई पहुंचाए जाने के बाद बाद से उसे न तो किसी ने देखा है और न ही किसी ने उसके बारे में कोई बात सुनी है। पकड़े जाने से पहले राजकुमारी ने एक विडियो भी जारी किया था जिसमें उसने कहा था, 'अगर आप यह विडियो देख रहे हैं या तो मैं मर चुकी हूं या फिर बहुत बुरी स्थिति में हूं।'
इस मामले ने खूब तूल पकड़ा यहां तक की लतीफा के वकीलों ने यूएन से इस मामले में दखल देने की अपील की और राजकुमारी के गायब होने के पीछे भारत और यूएई को जिम्मेदार भी बताया। एमनेस्टी का आरोप था कि भारत के कमांडो ने बोट पर मौजूद सभी लोगों को बंदूक की नोक पर चुप रहने को कहा और शेखा लतीफा को ले गए, जबकि वह राजनीतिक शरण मांग रही थीं।