मंगल के रास्ते पर 'ट्रैफिक'-टक्कर का खतरा, अमेरिकी कांग्रेस से मिली अनुमति के बाद साझा किया डाटा
मंगल पर मानव को बसाने की दिशा में काम कर रहे हैं. इसमें SpaceX जैसी निजी कंपनियां भी शामिल हैं.
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने भारत, चीन, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के साथ अपने वर्तमान मंगल मिशन (Mars Mission) का डाटा साझा किया है. ऐसा इसलिए किया गया है ताकि लाल ग्रह (Red Planet) पर किसी टक्कर के जोखिम से बचा जा सके. इन सभी देशों के अंतरिक्ष यान मंगल (Planet Mars) का चक्कर लगा रहे हैं. यह जानकारी बुधवार को मीडिया में आई एक रिपोर्ट में दी गई.हांगकांग आधारित 'साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट' ने NASA के हवाले से अपनी खबर में लिखा है भारत, चीन, UAE और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के यान भी लाल ग्रह का चक्कर लगा रहे हैं, इसलिए यानों के बीच किसी टक्कर के जोखिम को कम करने के लिए डाटा का आदान-प्रदान किया गया. NASA ने एक बयान में कहा, हमारे संबंधित अभियानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नासा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO), UAE, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन के साथ समन्वय कर रहा है, क्योंकि इन सभी के यान मंगल की कक्षा में चक्कर लगा रहे हैं.