दुनिया भर के देशों ने कोविड -19 के वैक्सीनेशन पर दिया जोर, कर्मचारियों को पड़ सकता है नौकरी से हाथ धोना
स्कूल्स और विश्वविद्यालय के कर्मचारियों व छात्रों ने टीका नहीं लगवाया है उन्हें हर दो दिन में नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट का प्रमाण दिखाना होगा.
कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए दुनिया भर के देशों ने कोविड -19 के वैक्सीनेशन पर जोर दिया है. इनमें से कुछ देशों ने अपने नागरिकों के लिए कोरोनावायरस बीमारी के खिलाफ वैक्सीन लगवाना अनिवार्य कर दिया है. इन देशों का कहना है कि लोगों को जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए ही वैक्सीनेशन को अनिवार्य करने का फैसला लिया गया है.
हाल ही में अमेरिका में कंपनियों को भी कई निर्देश दिए गए हैं. इनमें कंपनियों को कहा गया है कि वो ये सुनिश्चित करें कि उनके कर्मचारियों को टीका लगाया गया हो, या कम से कम टेस्टिंग हो गई हो. ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और वेटिकन उन चुनिंदे देशों में शामिल हैं जिन्होंने सभी नागरिकों के लिए कोरोना का टीकाकरण अनिवार्य कर दिया है. इसके अलावा न्यू कैलेडोनिया के दक्षिण प्रशांत फ्रांसीसी क्षेत्र ने भी कहा है कि वह सभी के लिए कोविड -19 टीकाकरण अनिवार्य कर देगा.
भारत में, पंजाब सरकार ने शुक्रवार को अपने राज्य कर्मचारियों को तुरंत वैक्सीन लगवाने का निर्देश दिया. साथ ही मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि जिन कर्मचारियों को कोरोना का पहला टीका भी नहीं लगा है उन्हें जबरन छुट्टी पर भेज दिया जाएगा.
आइए उन देशों पर एक नजर डालते हैं जो अपने यहां लोगों पर कोविड19 के खिलाफ टीकाकरण के लिए दबाव बनाने के उपाय कर रहे हैं.
अमेरिका
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को वैक्सीनेशन के नए और सख्त नियमों की घोषणा की. संघीय सरकार ने अपने आदेश में कहा कि 100 से अधिक कर्मचारियों वाली अमेरिकी कंपनियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके सभी कर्मचारियों को टीका गया हो या साप्ताहिक टेस्टिंग की जा रही हो. अमेरिका के अलग-अलग राज्यों और शहरों ने भी अपने स्तर पर नियम जारी किए हैं.
इसमें कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क शहर ने सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से वैक्सीन लगवाने को कहा है. वहीं, सैन फ्रांसिस्को ने कहा है कि सभी नगरपालिका कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से टीका लगवाना होगा, अन्यथा उन पर जुर्माना लगाए जाने के साथ-साथ बर्खास्त भी किया जा सकता है. लॉस एंजिल्स में पब्लिक स्कूलों में जाने वाले 12 वर्ष या उससे अधिक आयु के बच्चों को 2022 की शुरुआत तक पूरी तरह से वैक्सीनेटेड होना अनिवार्य है.
चीन
चीन में भी वैक्सीनेशन को लेकर कदम उठाए जा रहे हैं. यहां युन्नान प्रांत के चुक्सियोंग शहर में 20 स्थानीय अधिकारियों ने कहा है कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के वो लोग जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें जरूरत पड़ने पर अस्पतालों, स्कूलों या पब्लिक ट्रांस्पोर्ट में एंट्री नहीं मिलेगी.
जिम्बाब्वे
जिम्बाब्वे की सरकार ने बुधवार को कहा कि अगर कोविड-19 के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो अधिकारियों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
कनाडा
कनाडा ने अपने कर्मचारियों के लिए टीकाकरण अनिवार्य कर दिया है. कनाडा सरकार ने इसके लिए सितंबर के अंत तक की समयसीमा तय की है. यानी यहां सितंबर के अंत तक सभी फेडरल कर्मचारी वैक्सीनेटेड हो जाएंगे. इसके अलावा कनाडा सरकार ने कहा है कि ट्रेन, प्लेन और पानी के जहाज से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए भी वैक्सीनेशन अनिवार्य होगा.
यूनाइटेड किंगडम
यूनाइटेड किंगडम ने कहा है कि 11 नवंबर से केयर होम में काम करने वाले या स्वेच्छा से काम करने वाले सभी लोगों को कोरोना का टीका लगवाना अनिवार्य होगा.
सऊदी अरब
सऊदी अरब ने कहा है कि केवल टीका लगवा चुके कर्मचारी ही अपने कार्यस्थलों में प्रवेश कर सकते हैं.
फ्रांस
फ्रांस में हेल्थकेयर स्टाफ, रिटायरमेंट होम वर्कर्स और कमजोर लोगों के साथ काम करने वाले अन्य लोगों को बुधवार तक टीका लगवाने के लिए कहा गया है.
इटली
इटली में कोरोना को लेकर नियम कड़े कर दिए गए हैं. यहां के डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगवाने के लिए कहा गया है, ऐसा नहीं करने पर उन्हें सीधे मरीजों के साथ काम करने पर रोक लगा दी जाएगी. इसके अलावा 10 अक्टूबर से रिटायरमेंट होम वर्कर्स के लिए टीकाकरण अनिवार्य होगा. जिन शिक्षकों, स्कूल्स और विश्वविद्यालय के कर्मचारियों व छात्रों ने टीका नहीं लगवाया है उन्हें हर दो दिन में नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट का प्रमाण दिखाना होगा.