यूरोप में फिर बढ़ा Corona का खतरा, एक हफ्ते में मिले 10 लाख पॉजिटिव
बल्कि दूसरे देशों को वैक्सीन की सप्लाई भी कर रहा है.
भले ही कोरोना की वैक्सीन (Corona Vaccine) आ गई हो और कई देश वायरस (Virus) के खिलाफ इस जंग में जीतते हुए दिख रहे हों लेकिन कई देश अभी भी इसके प्रकोप से जूझ रहे हैं. इनमें यूरोप (Europe) के देशों की स्थिति सबसे बुरी है. यूरोप में बीते एक सप्ताह में कोरोना वायरस संक्रमण के दस लाख मामले सामने आए हैं, जो उससे पिछले सप्ताह सामने आए मामलों की तुलना में नौ प्रतिशत ज्यादा हैं.
इसके साथ ही छह सप्ताह तक मामलों में गिरावट दर्ज किए जाने के बाद फिर से वृद्धि देखने को मिल रही है. वायरस से सबसे अधिक प्रभावित स्थानों में मिलान उपनगर का बोलेट भी शामिल हैं, जहां एक नर्सरी और उससे लगे प्राथमिक स्कूल में संक्रमण का तेजी से प्रसार हुआ है. यहां कुछ ही दिन में 45 छात्र और 14 कर्मचारी वायरस की चपेट में आ गए हैं.
तेजी से पैर पसार रहा UK वैरिएंट
जेनेटिक्स विश्लेषण से इस बात की पुष्टि हुई है कि यह बेहद घातक वायरस का वही स्वरूप है जिसके बारे में पिछले साल ब्रिटेन में पता चला था. यूरोप के 27 देशों में कोरोना वायरस का ब्रिटिश स्वरूप बड़ी ही तेजी से पैर पसार रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन लगातार इसपर नजर बनाए हुए है.
वहीं इटली में शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 30 लाख को पार कर गई. इस सप्ताह यह लगातार तीसरा दिन है जब संक्रमण के 20,000 से अधिक नए मामले सामने आए. स्वास्थ्य मंत्रालय ने संक्रमण के 24,036 नए मामलों की पुष्टि की है जिससे इटली में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 30,23,129 हो गई है.
इटली में 99,271 हुई मृतकों की संख्या
आशंका है कि इंग्लैंड में मिले वायरस के नए स्वरूप के कारण यहां संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है. इंग्लैंड के अलावा ब्राजील में भी वायरस का नया स्वरूप मिला है. इटली में संक्रमण से 297 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 99,271 हो गई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कम से कम दस देशों में इसने जोर पकड़ रखा है, जिनमें ब्रिटेन, डेनमार्क, इटली, आयरलैंड, जर्मनी, फ्रांस, नीदरलैंड्स, इजराइल, स्पेन और पुर्तगाल शामिल हैं. कोरोना का नया वैरिएंट पिछले साल दिसंबर में सबसे पहले ब्रिटेन में सामने आया था. इसके बाद दुनिया के कई देशों में अलग-अलग वैरिएंट की पुष्टि की जा चुकी है.
दूसरी ओर दुनिया के 50 से अधिक देशों में टीकाकरण अभियान की शुरुआत भी हो चुकी है. भारत भी टीकाकरण अभियान चलाने वाले देशों में शामिल है, जो न सिर्फ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चला रहा है बल्कि दूसरे देशों को वैक्सीन की सप्लाई भी कर रहा है.