पाबंदियों में राहत के बाद यूरोप के 18 देशों में बढ़ रहे कोरोना के केस, डब्ल्यूएचओ ने चेताया- ढील ला सकती है नई लहर
एक तरफ अमेरिका में कोरोना के नए वैरिएंट के कारण केस लगातार बढ़ रहे हैं तो दूसरी तरफ, 18 यूरोपीय देशों में भी हालात बहुत अच्छे नहीं हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। एक तरफ अमेरिका में कोरोना के नए वैरिएंट के कारण केस लगातार बढ़ रहे हैं तो दूसरी तरफ, 18 यूरोपीय देशों में भी हालात बहुत अच्छे नहीं हैं। यूरोपीय देशों में नए केस लगातार बढ़ रहे हैं, जिनमें ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और इटली शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा, नए मामलों में वृद्धि का बड़ा कारण संबंधित प्राधिकारों का महामारी की पाबंदियों में तेजी से राहत देना है। यह खतरनाक हो सकता है।
दुनिया में पिछले दो वर्षों में 47.48 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं जबकि 61.23 लाख लोग जान गंवा चुके हैं। इस बीच, पिछले दिनों डेल्टा के ओमिक्रॉन स्वरूप ने भी तेजी से प्रसार किया जो अब भी कई देशों में पैर पसार रहा है। अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ और राष्ट्रपति बाइडन के सलाहकार एंटनी फॉसी ने कहा है कि अमेरिका में जो हालात हैं उन्हें देखकर लगता है कि देश को लॉकडाउन का सामना करना पड़ सकता है।
डब्ल्यूएचओ ने ताजा मामलों में वृद्धि का कारण प्रतिबंधों में ढील को ठहराया, जो संक्रमण की नई लहर ला सकता है। यूरोपीय देशों में बीए.2 वैरिएंट तेजी से बढ़ रहा है। फ्रांस में एक दिन में तीन हजार केस आए हैं वहीं, जर्मनी और इटली में यह संख्या चार हजार के करीब है। न्यूजीलैंड के सबसे बड़े ऑकलैंड में 4,291 मरीज मिले हैं, जबकि कैंटरबरी में 3,488 नए केस हैं। यहां भी प्रतिबंधों में ढील दी गई है।
लगातार दूसरे सप्ताह बढ़ा कोरोना संक्रमण, मौतें घटीं : डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि पिछले सप्ताह विश्व में कोरोना संक्रमण के मामलों में 7 फीसदी इजाफा हुआ है। इसका कारण पश्चिमी प्रशांत महासागरीय क्षेत्र में संक्रमण में बढ़ोतरी है। हालांकि कोविड के कारण होने वाली मौतों में कमी आई है। संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य संस्था की रिपोर्ट के मुताबिक, नए संक्रमण के साप्ताहिक मामले 12 लाख से ज्यादा दर्ज ुहए हैं, जबकि 33 हजार लोगों को जान गंवानी पड़ी है। मृतकों की संख्या 23 प्रतिशत कम हुई है।
कोरोना के मामलों में जनवरी से कमी दर्ज हुई थी, लेकिन पिछले सप्ताह इनमें फिर बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसका कारण वायरस का ओमिक्रॉन स्वरूप और यूरोप उत्तरी अमेरिका और अन्य स्थानों पर कोरोना सावधानियों में मिली छूट हैं। स्वास्थ्य अधिकारी लगातार कहते रहे हैं कि पिछले स्वरूपों की तुलना में ओमिक्रॉन कम घातक है। वैक्सीन और बूस्टर डोज से लोग इससे बच सकते हैं। एजेंसी
चीन में लगातार बढ़ रहा संक्रमण
चीन में संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों में 2,591 नए मामले दर्ज किए गए। इनमें जिलिन प्रांत में अकेले 2,320 मामले हैं। यहां फुजियान में 110, लियाओनिंग में 36, तियानजिन और शेडोंग में 24-24, ग्वांगडोंग में 15 और हेइलोंगजियांग में संक्रमण के 13 नए मामले सामने आए हैं। चीन के बाकी 12 अन्य क्षेत्रों में भी संक्रमण बढ़ा है। इसे देखते हुए 20 से अधिक प्रांतों और शहरों ने यात्रा प्रतिबंध लगाने के साथ लॉकडाउन भी लगा दिया है। पूरे देश में कोरोना के नए मामलों में काफी उछाल आया है जिसे देखते हुए सख्त पाबंदियां लगाई गई हैं।
दक्षिण कोरिया : श्मशान घाटों में जगह कम पड़ी
दक्षिण कोरिया में एक करोड़ की कुल आबादी में 20 फीसदी लोग कोरोना संक्रमित हैं। यहां मौतों का प्रतिशत भी बढ़ा है जिसके चलते देश भर में श्मशान और अंतिम संस्कार स्थलों पर दबाव बढ़ गया है। देश में दैनिक मृत्यु दर 429 पर पहुंच गई है जिसके चलते श्मशान स्थल भर गए हैं। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 4,90,881 नए मामले आए जिससे संक्रमितों की कुल संख्या 1,04,27,247 हो गई।
सियोल शहर में 28 श्मशान सोमवार तक 114.2 फीसदी क्षमता पर चल रहे थे जबकि अन्य क्षेत्रों जैसे सेजोंग और जेजू में यह अनुपात 83 फीसदी था। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी सोन यंग-रे ने बताया कि पिछले सप्ताह से संयुक्त दैनिक दाह संस्कार क्षमता को 1,000 से बढ़ाकर 1,400 प्रति दिन कर दिया गया है। जबकि सियोल में शवों का लंबा इंतजार जारी है।
बाइडन की प्रेस सचिव व हिलेरी क्लिंटन भी संक्रमित
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि वह फिर से संक्रमित हो गई हैं और इस कारण विश्व नेताओं के साथ तत्काल बैठकों के लिए इस सप्ताह यूरोप जा रहे राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ नहीं जाएंगी। वहीं, पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। क्लिंटन ने कहा, वह उनमें कोरोना के हल्के लक्षण हैं और वे पृथक वास में हैं।