चीनी कंपनी अलीबाबा ने कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
दुनिया के कई देश इन दिनों आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। ऐसा ही कुछ चीन में भी देखने को मिला है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दुनिया के कई देश इन दिनों आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। ऐसा ही कुछ चीन में भी देखने को मिला है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चीन की दिग्गज ई-कामर्स कंपनी अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग लिमिटेड ने तीन महीनों में लगभग 10,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। ये छंटनी अलीबाबा द्वारा जून में शुद्ध आय में 50 फीसदी की गिरावट के बाद की गई है। अलीबाबा की ये कार्रवाई ये देश में सुस्त बिक्री और धीमी अर्थव्यवस्था के बीच खर्चों में कटौती करने का एक प्रयास है।
जून तिमानी के दौरान कर्मचारियों को निकाला
ई-कामर्स फर्म ने जून तिमाही के दौरान 9,241 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब कंपनी में कुल कर्मचारियों की संख्या लगभग 245,700 हो गई है। कंपनी ने जून तिमाही में शुद्ध आय में 50 प्रतिशत की कमी के साथ 22.74 बिलियन युआन की गिरावट दर्ज की है, जो पिछले साल की समान अवधि में 45.14 अरब युआन थी।
क्या कहा अलीबाबा के सीईओ डैनियल झांग ने
अलीबाबा के सीईओ डैनियल झांग ने कहा कि कंपनी व्यापक और अधिक विविध निवेशक आधार को बढ़ावा देने के लिए एक और प्राथमिक लिस्टिंग स्थल का पीछा कर रही है। टेक कंपनी की योजना इस साल के अंत तक लगभग 6 हजार नए विश्वविद्यालय स्नातकों को जोड़ेगी। उन्होंने आगे कहा कि अलीबाबा कभी प्रौद्योगिकी स्टाक निवेशकों का प्रिय था। हालांकि, ई-कॉमर्स की दिग्गज कंपनी ने अपने स्टाक की कीमत में गिरावट देखी, जब बीजिंग ने निजी उद्योग पर व्यापक कार्रवाई शुरू की।
1999 में हुई थी कंपनी की स्थापना
बता दें कि अलीबाबा की स्थापना 1999 में हुई थी। कंपनी में एक बड़ा फेरबदल 2015 में हुई। जब डेनियल झांग को सीईओ के रूप में पदभार दिया और 2019 में उन्हें अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया। इससे पहले जुलाई में अलीबाबा ने पहली बार मुख्य भूमि चीन के निवेशकों के लिए फर्म को खोलने के लिए हांगकांग में प्राथमिक लिस्टिंग के लिए आवेदन करने की योजना की घोषणा की थी। अलीबाबा सितंबर 2014 में न्यूयार्क में सार्वजनिक हुई और नवंबर 2019 में हांगकांग में एक सेकेंडरी लिस्टिंग पूरी की। इस कदम से अलीबाबा न्यूयॉर्क और हांगकांग दोनों में प्राथमिक लिस्टिंग के साथ पहली बड़ी कंपनी बन जाएगी।