दुनिया जहां एक तरफ चीन से निकले कोरोना वायरस से जंग लड़ रही है. वहीं चीन ने अपना अंतरिक्ष यान चांग ई-5, चांद पर उतार दिया है. ये चीनी अंतरिक्ष यान करीब 4 दशक के बाद पहली बार चंद्रमा की सतह पर उतरा है. इसके बाद चांग ई-5 मून मिशन ने चांद की सतह से पहली तस्वीर भी भेजी है.
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के इस मून लैंडर ने चांद की सतह पर अपने पैर के पास से ले लेकर क्षितिज तक की तस्वीर ली है. उतरने के बाद से ही इसने चांद की सतह से नमूने इकट्ठा करने का काम शुरू कर दिया. चीनी अंतरिक्ष एजेंसी ने भी गुरुवार शाम को चांग ई-5 के बारे में जानकारी दी है.
रिपोर्ट के मुताबिक, चांद की सतह से मिट्टी और पत्थर इकट्ठा करने के लिए भेजे गए चांग ई-5 मून लैंडर में कैमरा, रडार, एक ड्रिल और स्पेक्ट्रोमीटर फिट किया गया है. अब ये इनका इस्तेमाल कर चांद की सतह से मिट्टी के बेहतर नमूने इकट्ठा करेगा.
चीनी अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि मंगलवार को चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग के 19 घंटे के अंदर चांग ई-5 के एस्केंडर ने नमूनों को जमा कर लिया. जिसके बाद गुरुवार शाम को एस्केंडर ने 3,000-न्यूटन वाले थ्रस्ट इंजन के साथ चंद्रमा की 15 किलोमीटर दूर परिक्रमा कर रहे ऑर्बिटर से जुड़ने के लिए उड़ान भरी है.
बता दें कि चीन के अंतरिक्ष यान को चांद तक पहुंचाने के लिए लांग मार्च-5 रॉकेट का इस्तेमाल किया गया है. यह रॉकेट तरल केरोसिन और तरल ऑक्सीजन की मदद से चलता है. चंद्रमा की सतह पर 44 साल बाद ऐसा कोई अंतरिक्षयान उतरा है जो यहां से नमूना लेकर वापस लौटेगा. इससे पहले रूस का लूना 24 मिशन 22 अगस्त 1976 को चांद की सतह पर उतरा था.